राजनीतिक दबाव और सलाहकार परिषद की बैठक
बांग्लादेश में सियासी उथल पुथल के बीच आयोजित एक आपात बैठक में चुनाव, सुधार और न्याय जैसे मुद्दों पर चर्चा की गई। इससे पहले यूनुस ने इस्तीफे की धमकी दी थी, लेकिन आपात बैठक के अब वे पद पर बने रहने के लिए माने हैं। ध्यान रहे कि देश में इस निर्णय को लेकर मिश्रित प्रतिक्रियाएँ आई हैं, कुछ लोग इसे सकारात्मक मान रहे हैं, जबकि कुछ इसे राजनीतिक दबाव का परिणाम मानते हैं।बांग्लादेश की राजनीतिक स्थिरता के लिए महत्वपूर्ण निर्णय
बहरहाल मोहम्मद यूनुस का पद पर बने रहने का निर्णय बांग्लादेश की राजनीतिक स्थिरता के लिए महत्वपूर्ण है। हालांकि, चुनाव और सुधारों को लेकर अभी भी चुनौतियाँ बनी हुई हैं। देशवासियों की उम्मीदें अब इस बात पर निर्भर करेंगी कि यूनुस और उनकी सरकार इन सुधारों को प्रभावी ढंग से लागू कर पाती है या नहीं।ये भी पढ़ें: Twitter यानी एक्स हुआ डाउन, भारतीय यूजर भी नहीं कर पा रहे एक्सेस