सुमित के पास से पुलिस ने बरामद की ये चीजें
पुलिस सूत्रों के अनुसार, सुमित के पास से पुलिस को अपराध के दौरान पहने गए कपड़ों और उसके मोबाइल फोन सहित महत्वपूर्ण सबूत बरामद हुए हैं। पुलिस ने कहा कि सुमित ने हत्या की वारदात में शामिल अपने दो सहयोगियों के नाम भी बताए हैं। सुमित को दो दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है, क्योंकि आगे की जांच जारी है। हत्या की यह घटना 29 जून की है। उत्तरी दिल्ली के पुलिस आयुक्त हरेश्वर वी. स्वामी ने बताया कि 29 जून को नरेला पुलिस स्टेशन में कंट्रोल रूम को सूचना मिली कि नरेला-बवाना फ्लाईओवर के पास खुले मैदान में एक अधजला शव पड़ा है। मौके पर पहुंची पुलिस को पास ही झाड़ियों में एक जली हुई रॉयल एनफील्ड मोटरसाइकिल भी मिली। शव की पहचान महिपाल नामक व्यक्ति ने अपने बेटे कपिल दहिया के रूप में की। इसके बाद पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 103(1) (हत्या) और धारा 238(बी) (अपराध के साक्ष्य को मिटाना या झूठी जानकारी देना) के तहत एफआईआर दर्ज कर मामले की जांच शुरू की।
पड़ोसी से दुश्मनी बनी हत्या की वजह
उत्तरी दिल्ली के पुलिस उपायुक्त हरेश्वर वी. स्वामी के अनुसार, जांच के दौरान पुलिस ने घटनास्थल के आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाली। जिसमें एक संदिग्ध आरोपी की पहचान हुई। इसके बाद उसे बुधवार को उत्तराखंड के हरिद्वार से गिरफ्तार किया गया। पड़ोसी की हत्या के आरोपी सुमित ने पुलिस पूछताछ में बताया कि मृतक कपिल उसका पड़ोसी था। जो अक्सर उसे और उसके बड़े भाई को धमकाया करता था। सुमित ने दावा किया कि कपिल से उसे लगातार जान से मारने की धमकियाँ मिल रही थीं जिससे वह भयभीत हो गया था। खुद की सुरक्षा के लिए सुमित और उसके दो साथियों ने कपिल की हत्या की साजिश रची और उसे अंजाम दिया।
सुमित के दोस्तों की तलाश में जुटी दिल्ली पुलिस
सुमित ने पुलिस पूछताछ के दौरान कहा “कपिल हमेशा मुझे और मेरे भाई को जान से मारने की धमकियां देता था। अगर मैं उसे नहीं मारता तो वह मुझे मार देता। इसलिए मैंने अपने दोस्तों के साथ मिलकर कपिल की हत्या कर दी।” फिलहाल पुलिस मुख्य आरोपी सुमित से पूछताछ कर रही है और फरार दोनों अन्य आरोपियों की तलाश में दिल्ली और उत्तराखंड में छापेमारी कर रही है। पुलिस को उम्मीद है कि जल्द ही इस हत्याकांड में शामिल सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।