आइआइटी गुवाहाटी में छात्रों के हॉस्टल में भारतीय सेना के पूर्व सैनिकों को मददगार के रूप में तैनात किया जाएगा। इनकी जिम्मेदारी छात्रों से नियमित बात करने की होगी। उनके बात या स्वभाव की जानकारी मनोचिकित्सकों को देनी होगी। खास बात है कि छात्रों की काउंसिलिंग प्रक्रिया को गुप्त रखा जाएगा, ताकि छात्रों पर किसी तरह का अतिरिक्त दबाव न पड़े।
आइआइटी निदेशक के अनुसार इस प्रोजेक्ट के तहत खानपान का भी विशेष ख्याल रखा जाएगा। विशेषज्ञों का कहना है कि बच्चों का खानपान अच्छा रहेगा तो उनके भीतर तनाव, अवसाद, अनिद्रा और घबराहट जैसी समस्या खत्म होगी और पढ़ाई में भी उनकी दिलचस्पी बढ़ेगी।