शनिवार को
दिल्ली के पीडब्ल्यूडी और जलमंत्री प्रवेश वर्मा ने अपने सोशल मीडिया ‘X’ अकाउंट पर लिखा “एक महीने पहले जब पहली बार pwd विभाग की मीटिंग ली तो मैंने पूछा की आपके विभाग का हेल्पलाइन नंबर क्या है तो वरिष्ट 20 अधिकारियों में से एक को भी याद नहीं था। फिर कागज पढ़कर बोला- 1800110093। दस डिजिट का नंबर किसको याद रह सकता है। शायद इसी लिए पिछली आम आदमी पार्टी की सरकार ने लंबा नंबर लिया हो ताकि याद न रहे और शिकायत भी न आए।”
प्रवेश वर्मा ने आगे लिखा “मैंने सोचा जब इन्ही को याद नहीं है तो जनता को कैसे याद रहेगा। तब मैंने भारत सरकार से 4 डिजिट का नंबर देने के लिए कहा। अब 1908 नंबर मिल गया है और शुरू भी हो गया है। कोई भी अब PWD से जुड़ी शिकायत दर्ज करा सकते हैं। जबकि जल बोर्ड से जुड़ी शिकायतों के लिए 1916 नंबर जारी किया गया है।”
प्रवेश वर्मा ने सोशल मीडिया पर की गई अपनी पोस्ट में पुराने नंबर को लेकर आम आदमी पार्टी की सरकार की आलोचना भी की है। प्रवेश वर्मा ने कहा कि शायद पिछली सरकार ने जानबूझकर इतना लंबा नंबर लिया था। जिससे लोग शिकायत ही न कर सकें। प्रवेश वर्मा का कहना है कि एक महीने पहले उन्हें पीडब्ल्यूडी और जलबोर्ड के अधिकारियों के साथ बैठक के दौरान इसका पता चला। इसके बाद उन्होंने केंद्र सरकार से विशेष अनुरोध कर 4 डिजिट वाला नंबर मंजूर करवाया। जो शनिवार को चालू भी हो गया है।
चार डिजिट का नंबर याद करने में आसान
शनिवार को दिल्ली में हेल्पलाइन नंबर जारी करते हुए पीडब्ल्यूडी और जलमंत्री प्रवेश वर्मा ने बताया कि अब लोगों को चार डिजिट का नंबर याद करने में कोई परेशानी नहीं होगी। चार डिजिट के आसान नंबर पर कॉल करके सड़क की मरम्मत, जलभराव या अन्य विभागीय सेवाओं से जुड़ी शिकायतें दर्ज कराई जा सकती हैं। रेखा सरकार के मंत्री का यह कदम आम लोगों को सीधे विभाग से जोड़ने की दिशा में बड़ा सुधार माना जा रहा है। हालांकि कुछ दिन पहले एक इंटरव्यू में भी प्रवेश वर्मा ने इसके संकेत दिए थे। उन्होंने कहा था कि दिल्ली में जल्द ही छोटा और सुविधाजनक हेल्पलाइन नंबर लागू किया जाएगा। ताकि नागरिकों को बार-बार नंबर खोजने की जरूरत न पड़े। भारत की अर्थव्यवस्था पर भी रखी बात
इसके अलावा शनिवार को ही एक अन्य पोस्ट में प्रवेश वर्मा ने भारत की अर्थव्यवस्था को लेकर भी जानकारी दी। उन्होंने लिखा कि वर्ष 2015 में भारत की GDP जहां 2.1 ट्रिलियन डॉलर थी, वहीं 2025 में यह बढ़कर 4.3 ट्रिलियन डॉलर हो गई है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में GDP में 105% की वृद्धि हुई है, जो सरकार की नीतियों और ‘आत्मनिर्भर भारत’ के विजन का परिणाम है। प्रवेश वर्मा के अनुसार, सुधारवादी कदम, कारोबार के लिए अनुकूल माहौल और योजनाबद्ध विकास ने भारत को दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था बना दिया है।