घने कोहरे से चेन्नई एयरपोर्ट पर 25 से अधिक उड़ानें प्रभावित नहीं मिली दक्षिणी जिलों को राहत
उन्होंने कहा कि दिसंबर 2023 में हुई अभूतपूर्व बारिश ने तिरुनेलवेली, तेनकाशी, कन्याकुमारी और तुत्तुकुड़ी जिलों को तबाह कर दिया। उन्होंने दावा किया कि हालांकि दो केंद्रीय मंत्रियों ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया, लेकिन तमिलनाडु को कोई राहत नहीं पहुंचाई।भाजपा विधायक नैनार नागेंद्रन की ओर इशारा करते हुए स्टालिन ने कहा कि अगर उन्होंने (सीएम) वित्तीय आवंटन पर केंद्र सरकार की आलोचना की है तो उन्हें (नैनार) नाराज नहीं होना चाहिए। मुख्यमंत्री ने हल्के-फुल्के अंदाज में कहा, “नैनार नागेंद्रन को सब पता है, लेकिन रेह बोलेंगे नहीं। वे मुझे बोलने की अनुमति देंगे।” हमने फिर भी, राज्य के फंड से बाढ़ राहत और पुनर्वास कार्य किया। स्टालिन ने दावा किया कि अदालत का दरवाजा खटखटाने के बाद ही केंद्र ने तमिलनाडु के लिए बाढ़ राहत की घोषणा जो कि राज्य सरकार द्वारा मांगे गए 37,907 करोड़ रुपए का केवल एक प्रतिशत थी।
द्रमुक ने भाजपा पर महाकुंभ में मृतकों की संख्या छिपाने का आरोप लगाया केंद्र से मिल रहा धोखा
स्टालिन ने कहा, हमें केंद्रीय बजट में आवंटन की उम्मीद थी लेकिन मायूसी ही हाथ लगी। बजट में तमिलनाडु की अनदेखी हुई। राज्य के लिए न आवंटन हुआ और न न्याय। केंद्र बार-बार राज्य को धोखा दे रहा है और भाजपा शासित राज्यों और चुनाव वाले राज्यों के लिए आवंटन कर रहा है। उन्होंने गंभीर प्रश्न पूछे कि “क्या यह पर्याप्त है कि तमिलनाडु केवल भारत के नक्शे पर ही रहे? क्या राज्य को केंद्रीय बजट में शामिल नहीं किया जाना चाहिए? क्या राज्य का नाम केंद्रीय परियोजनाओं में नहीं रहना चाहिए? क्या राज्य के लिए विशेष परियोजनाओं की घोषणा नहीं की जानी चाहिए। क्या उन्हें लगता है कि केवल वोट मांगने के लिए ही तमिलनाडु आना पर्याप्त है? हमें पता है कि भाजपा के पास हमारे किसी भी सवाल का जवाब नहीं है, और न ही मिलेगा।