उनके लिए संतोषजनक दुर्घटना बीमा किया जाना चाहिए जिससे दुर्घटना होने का उसके परिजनों को आर्थिक लाभ मिल सके। कंपनी को चाहिए कि जीपीएफ कटौती की जाय जिससे उनकी अच्छी बचत हो। स्वास्थ्य कार्ड बनाए जाएं, जिससे दुर्घटना होने पर तत्काल कार्ड से इलाज हो सके। – डॉ. कुमेर मावई, गुढ़ाचंद्रजी
गिग वर्कर्स को सामाजिक सुरक्षा योजनाओं में शामिल किया जाना चाहिए, जिसमें स्वास्थ्य बीमा पेंशन आदि उन्हें न्यूनतम वेतन मिलना चाहिए और उनके काम के लिए उचित भुगतान किया जाना चाहिए। उन्हें कानूनी सुरक्षा प्रदान की जानी चाहिए। उनके कौशल को बढ़ाने और उन्हें बेहतर रोजगार के अवसरों तक पहुंचाने में मदद करने के लिए प्रशिक्षण और कौशल विकास कार्यक्रमों का आयोजन किया जाना चाहिए। उनकी समस्याओं का समाधान करने के लिए प्रभावी शिकायत निवारण तंत्र स्थापित किया जाना चाहिए। – प्रणय सनाढ्य, उदयपुर
वर्तमान स्थिति में गिग वर्कर्स के लिए यह जरूरी है कि सरकार और कंपनियां मिलकर स्थायी रोजगार जैसे लाभ दें, जैसे बीमा, छुट्टी, और सुरक्षित कार्य स्थितियां। ऐप्स पर काम करने वाले वर्कर्स को रेटिंग और भुगतान की पारदर्शिता मिलनी चाहिए और अचानक डिएक्टिवेशन से बचाने के लिए मजबूत नियम होने चाहिए। साथ ही, टेक्नोलॉजी पर निर्भर इस क्षेत्र में डिजिटल प्रशिक्षण और डेटा की सुरक्षा भी अनिवार्य है। – हंसराज वर्मा, श्रीविजयनगर
राजस्थान और कर्नाटक की तरह सभी राज्यों में गिग वर्कर्स की समस्याओं को दूर करने के लिए अध्यादेश लाया जाए। श्रमिक सुरक्षा का उसमें ध्येय हो व उनकी सुरक्षा के लिए एक कल्याण कोष के निर्माण का प्रावधान किया जाए। कंपनियां हों या अन्य लोग उन्हें समय पर श्रम का भुगतान हो सके, किसी प्रकार का शोषण न हो ऐसी सभी बातों को
ध्यान में रखते हुए मजबूत कानून बने। – शिवजी लाल मीना, जयपुर