युवाओं के कौशल विकास के लिए सरकारी योजनाओं का प्रचार, व्यावसायिक प्रशिक्षण केंद्रों की स्थापना और उद्योगों के साथ साझेदारी आवश्यक है। इसके साथ ही, ऑनलाइन पाठ्यक्रमों और कार्यशालाओं का आयोजन भी महत्त्वपूर्ण है। – टी.एस. कार्तिक, चेन्नई
कौशल विकास के लिए युवाओं को उद्योगों की मांग के अनुरूप शिक्षा व्यवस्था, स्नातक की शिक्षा के साथ व्यावहारिक शिक्षा पर बल तथा हमें “ताउम्र सीखने के सिद्धांत” जैसी सोच विकसित करनी होगी। – धर्मचंद भगत, कुचामन सिटी
युवाओं में कौशल बढ़ाने के लिए मुफ्त कौशल प्रशिक्षण दिया जाना चाहिए। साथ ही उन्हें स्वरोजगार के लिए लोन देना चाहिए ताकि उन्हें बेरोजगारी का सामना न करना पड़े। – शुभम वैष्णव, सवाई माधोपुर
प्रशिक्षण प्राप्त युवाओं को नौकरी के अवसर प्रदान करने के लिए रोजगार मेलों का आयोजन करवाना चाहिए। जिससे युवाओं को रोजगार के अवसरों में मदद मिल सकती है और उन्हें डिजिटल कौशल ओर नवीनतम तकनीकों का प्रशिक्षण देना चाहिए। – राजन गेदर, सूरतगढ़
शिक्षा के साथ-साथ इंडस्ट्री एक्सपोजर बहुत जरूरी है। हर युवा को किसी कंपनी या संस्थान में इंटर्नशिप करने का मौका मिलना चाहिए। सरकार और निजी कंपनियों को मिलकर वर्क-प्लेस ट्रेनिंग के अवसर बढ़ाने चाहिए। युवाओं को उद्यमिता की ओर प्रेरित किया जाए। उन्हें बिजनेस प्लानिंग, फंडिंग, मार्केटिंग आदि की जानकारी दी जाए। स्टार्टअप इनक्यूबेशन सेंटर्स की स्थापना की जाए। – हंसराज वर्मा, श्रीगंगानगर