पाली शहर के केरिया दरवाजा शांतिनाथ जिनालय की 50वीं वर्षगांठ पर शनिवार को जैन समाजबंधुओं के साथ शहरवासियाें ने जिनशासन का जयकारा लगाते हुए मंदिर शिखर पर ध्वजा चढ़ाई। गुजराती कटला से सुबह वरघोड़ा निकाला गया। जो बादशाह का झण्डा होते हुए केरिया दरवाजा पहुंचा। मंदिर में श्रावक-श्राविकाओं ने मंत्रोच्चार के साथ विधि-विधान से सत्तर भेदी पूजन किया। रोशनी व फूलों से सजे जिनालय में महिलाओं व युवतियों ने मंगल गीत गाकर भगवान की आराधना की। शांतिनाथ मित्र मंडल की ओर से सकल जैन संघ के न्याती भोज का आयोजन अणुव्रत नगर में किया।
नवलखा आराधक मंडल की ओर से शाम को भक्ति का आयोजन किया। जिसमें गायकों के साथ समाजबंधुओं ने भजन गाकर भगवान की आराधना की। महोत्सव में शांतिनाथ मित्र मंडल के शैलेष संखलेचा, सुनील ढड्ढा, सज्जन पोरवाल, विकास सियाल, मनी मुणोत, भुवन जालोरी के साथ अन्य सदस्यों व पदाधिकारियों ने सहयोग किया।