Rajasthan: राजस्थान में जब एक साथ निकली मां-बाप और मासूम बेटे की शव यात्रा तो बिलख पड़ा पूरा गांव, नहीं जले चूल्हे
Pali Road Accident: ब्यावर-पिंडवाड़ा नेशनल हाइवे पर हुए हादसे के बाद शवों का परिजनों की मौजूदगी में पोस्टमार्टम किया गया। पुलिस ने आवश्यक कार्रवाई के बाद शव परिजनों को सुपुर्द किए।
राजस्थान के पाली के खिंवाड़ा पुलिस थाना क्षेत्र के डायलाना कलां गांव में गमगीन माहौल में सोहनलाल रावल के पुत्र, पुत्र वधु व पौत्र का अंतिम संस्कार किया गया। वहीं ग्रामीणों के एक साथ तीन-तीन शवयात्रा को देख आंखों से आंसू नहीं रुके। हृदय को छलनी करने वाली इस घटना के चलते डायलाना कलां गांव में चूल्हे नहीं जले।
गौरतलब है कि ब्यावर-पिंडवाड़ा हाईवे पर सुमेरपुर बाइपास पर डायलाना कलां निवासी सुरेश रावल (49) पुत्र सोहनलाल रावल, सीता रावल (45) पत्नी सुरेश रावल, प्रहलाद रावल (14) पुत्र सुरेश रावल व विष्णु (14) पुत्र उत्तम रावल की भीषण सड़क हादसे में मौके पर ही मौत हो गई थी।
वहीं, सुरेश रावल के छोटे भाई की पत्नी अनीता रावल, दीया पुत्री प्रवीण रावल व हर्षिता पुत्री प्रवीण रावल गंभीर रूप से घायल हो गए थे। उक्त सभी जने अपने समाज व परिवार की ओर से आयोजित होने वाले एक धार्मिक कार्यक्रम में भाग लेने के लिए मुबई से दो कारों में रवाना होकर मुण्डारा गांव के लिए रवाना हुए थे कि यह भीषण हादसा हो गया।
परिजनों की मौजूदगी में किया पोस्टमार्टम
ब्यावर-पिंडवाड़ा नेशनल हाईवे पर हुए हादसे के बाद शवों का परिजनों की मौजूदगी में पोस्टमार्टम किया। पुलिस ने आवश्यक कार्रवाई के बाद शव परिजनों को सुपुर्द किए। शव लेकर रवाना होते समय मृतकों के रिश्तेदारों, परिजनों और समाजबंधुओं की आंखें नम हो गई। इस ह्रदय विदारक घटना ने सभी की आंखें नम कर दीं।
यह वीडियो भी देखें मौके पर सुमेरपुर-शिवगंज समेत आसपास के गांवों से रावल ब्राह्मण समाज के लोग मृतक के परिजन को ढांढस दे रहे थे। ढांढस देते देते खुद की आंखों से भी अश्रुधारा बहने लगी। चिकित्सालय परिसर में खड़ी महिला मरीज भी अपने आंसू नहीं रोक पा रही थी। गौरतलब है कि खड़े ट्रक से टकराने पाली जिले के डायलाना कलां निवासी चार जनों की मौके पर ही मौत हो गई थी और तीन गंभीर घायल हुए थे। उधर शवों के गांव पहुंचते ही कोहराम मच गया। नम आंखों से चारों मृतकों का दाह संस्कार किया गया।