हुआ यूं कि सोमवार शाम पर्यटकों को छोड़ा गांव की पहाड़ियों की तरफ लेकर गए जिप्सी चालक महेंद्र कुमार ने बताया कि वह तीन गाड़ियों के साथ गया था। इस दौरान उन्हें एक श्वान चट्टान पर घूमता दिखा, तभी अचानक एक तेंदुआ उस पर झपटा और उसकी गर्दन दबोच ली। दोनों के बीच करीब एक मिनट तक संघर्ष चला। आखिर श्वान को कमजोर पड़ते देख तेंदुआ उसे घसीटते हुए चट्टान के पीछे ले गया। उल्लेखनीय है जवाई लेपर्ड कंजर्वेशन एरिया के बाद देसूरी दूसरा सबसे बड़ालेपर्ड क्षेत्र है। यहां प्रतिदिन सैकड़ों पर्यटक तेंदुए देखने आते हैं। हालांकि अभी तक इस कंजर्वेशन इलाके में तेंदुओं की आधिकारिक गणना नहीं हुई है, लेकिन यहां 40 से अधिक संख्या में तेंदुए हैं।
देसूरी रेंजर कानसिंह देवासी के अनुसार, यह क्षेत्र जवाई लेपर्ड कंजर्वेशन एरिया के बाद दूसरा सबसे बड़ालेपर्ड क्षेत्र है। यहां रोजाना सैकड़ों पर्यटक तंदुए देखने आते हैं। हालांकि अभी तक इस कंजर्वेशन इलाके में तेंदुओं की आधिकारिक गणना नहीं हुई है, लेकिन अनुमानित 40 से अधिक संख्या में तेंदुए यहां मौजूद हैं।