डिजिटल अरेस्ट के नाम पर ऐंठे थे 14 लाख रुपए
पुलिस अधीक्षक साईं कृष्ण एस थोटा ने बताया कि शहर के धाम मोहल्ला निवासी अंशु शर्मा ने 7 फरवरी को डिजिटल अरेस्ट के नाम पर 14 लाख रुपए की ठगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। जांच के दौरान तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर पुलिस ने दो संदिग्धों ऋषिकेश उर्फ ऋषभ हसूरकर कोल्हापुर महाराष्ट्र और सुरेश गुड़ीमनी बेलगांव कर्नाटक को मुंबई से गिरफ्तार किया। प्रारंभिक पूछताछ में दोनों ने अपराध स्वीकार कर लिया है।
थाईलैंड से बुलवाए सिम बॉक्स
पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि उनकी पहचान टेलीग्राम के माध्यम से थाईलैंड व कम्बोडिया के लोगों से हुई थी। वहीं के एक टेलीग्राम यूजर, जिसे वे ‘बॉस’ कहते हैं, ने उन्हें सिम बॉक्स के जरिये भारत में साइबर फ्रॉड करने की तकनीक समझाई। इसके बाद बॉस ने ही कूरियर से सिम बॉक्स भेजे, जिनका उपयोग कर आरोपी मुंबई के एक किराए के फ्लैट से कॉल व इंटरनेट सेटअप चलाते थे।
इस तरह करते थे ठगी
आरोपी सिम बॉक्स के जरिये विदेशी नंबरों से कॉल को भारतीय लोकल नंबर में बदलकर लोगों को डिजिटल अरेस्ट के नाम पर डराते और ठगी करते थे। इतना ही नहीं, एयरटेल कंपनी के सिम कार्ड कई बार खुद भारत से थाईलैंड और कम्बोडिया लेकर गए थे। एयरपोर्ट के पास ही ‘बॉस’ अलग-अलग व्यक्तियों को सिम दिलवाकर विदेशी करेन्सी में भुगतान करवाता था।
अंतरराष्ट्रीय साइबर ठगी नेटवर्क के दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। देश की अन्य तकनीकी एजेंसियों से संपर्क कर विवेचना की जा रही है। गिरोह के नेटवर्क में और भी लोग शामिल हो सकते हैं। आरोपियों से गहन पूछताछ में की जा रही है।
–साईं कृष्ण एस थोटा, पुलिस अधीक्षक पन्ना