स्कूल का क्लर्क गिरफ्तार
पीड़िता तीसरी कक्षा की नेत्रहीन छात्रा पिछले 6 वर्षों से इस स्कूल में रहकर पढ़ रही है। पिछले माह 17 मई को विद्यालय में गर्मी की छुट्टी पर छात्रा जब अपने परिजनों के पास गई तो छात्रा ने अपने परिजनों से स्कूल में उसके साथ हो रहे यौन शोषण की पूरी कहानी शेयर किया। पीड़ित परिजनों ने इसके बाद पूरे मामले से स्थानीय अगमकुआं पुलिस को अवगत कराया और आरोपी क्लर्क के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराया। मामले की गंभीरता को देखे हुए पलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी क्लर्क को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
पटना रेंज IG ने दिया स्पीडी ट्रायल का निर्देश
पटना रेंज के आईजी जितेंद्र राणा ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिया कि पूरे मामले की सघन जांच हो। इसके साथ ही उन्होंने आरोपी के खिलाफ स्पीडी ट्रायल के लिए आवश्यक कार्रवाई करने का भी निर्देश दिया। इसके साथ ही उन्होंने आरोपी अजीत कुमार की पृष्ठभूमि की भी जांच के निर्देश दिए।
विद्यालय प्रशासन ने साजिश कहा
इधर, विद्यालय की प्राचार्या राजश्री दयाल और विद्यालय की वार्डन रेणु कुमारी ने इसे साजिश बताया। इनका कहना है कि पीड़िता हमारे साथ रह रही थी, हर दिन हमारी उससे भेंट हो रही है। लेकिन उसने हमें कुछ नहीं बताया। मुझे तो यह सब स्कूल को बदनाम करने की साजिश लग रही है। पुलिस को त्वरित इसकी जांच कर जो दोषी हैं उसे गिरफ्तार करें। विद्यालय की प्राचार्य राजश्री दयाल की माने तो 16 जून को विद्यालय खुलने के बाद छात्रा विद्यालय नहीं पहुंची है और बाद में उसके परिजनों ने विद्यालय के क्लर्क के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करा दी। प्राचार्या का कहना है कि पीड़ित छात्रा मिर्गी की बीमारी से पीड़ित थी।