रेलवे अधिकारी ने क्या कहा ?
उत्तर मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी शशी कांत त्रिपाठी ने बताया कि महाकुंभ में हर आयु वर्ग के लोग आते हैं। इसमें बच्चे, युवा और बुजुर्ग होते हैं। भीड़ ज्यादा होने की वजह से कई बार ऐसा होता है कि बच्चे अपने अभिभावकों से बिछड़ जाते हैं। इन बच्चों की देखभाल और इन्हे परिवारवालों से मिलाने के लिए ‘बाल अधिकार डेस्क’ बनाया जा रहा है।
प्रयागराज के हर स्टेशन पर बनेगा ये डेस्क
उत्तर मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी शशी कांत त्रिपाठी ने बताया कि बच्चों को उनके परिजनों से मिलाने के लिए, उनका कोई किसी तरह का दुरुपयोग न हो सके और इन सारी चीज़ों को ध्यान में रखते हुए हम अपने प्रयागराज परिक्षेत्र के जितने भी स्टेशन हैं वहां ‘बाल अधिकार डेस्क’ स्थापित करेंगे। अधिकारियों को दी जा रही ट्रेनिंग
उत्तर मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी शशी कांत त्रिपाठी ने बताया कि बाल अधिकारी डेस्क में आरपीएफ, जीआरपी और जितने नहीं गैर-सरकारी संस्था (NGOs) इस काम में लगे हुए हैं उनकी मदद लेंगे। इन सभी को बच्चों के साथ अच्छे और मधुर व्यवहार के लिए ट्रेनिंग दी जा रही है। बच्चों के अधिकार सुरक्षित रहें यही रेल का कर्त्तव्य है।