जांच के बाद सामने आई जानकारी
सूत्रों की मानें तो दरकशां की कॉल डिटेल, मोबाइल लोकेशन और यात्रा रिकॉर्ड की जांच के बाद यह जानकारी सामने आई है। हालांकि यह अभी साफ नहीं है कि उन यात्राओं के दौरान वह अकेली थी या किसी और के साथ गई थी। पुलिस अब इस बात की जांच कर रही है कि कहीं इस गिरोह ने और भी लड़कियों को तो अपने जाल में नहीं फंसाया।
कई और लड़कियों को फंसाने की आशंका
पुलिस अधिकारियों को पहले से ही शक है कि यह कोई सुनियोजित नेटवर्क है जो गरीब और कमजोर तबके की लड़कियों को लालच देकर धर्मांतरण और कट्टरपंथी विचारधारा से जोड़ने की साजिश रच रहा है। दरकशां बानो जैसे लोग इन लड़कियों को सपने दिखाकर केरल तक ले जाते हैं और फिर उन्हें इस नेटवर्क में शामिल कर दिया जाता है।
हॉस्टल में पुलिस की तलाश कर रही है
फिलहाल, प्रयागराज पुलिस की एक टीम केरल के त्रिशूर पहुंच गई है। वहां पुलिस उस हॉस्टल की तलाश में है, जहां किशोरी को ले जाया गया था। स्थानीय पुलिस की मदद से छानबीन की जा रही है। इस टीम में पांच पुलिसकर्मी शामिल हैं जो अब मामले की तह तक पहुंचने की कोशिश कर रहे हैं।