बताया जाता है कि गोपाल खेमका देर रात बांकीपुर क्लब (Bankipore Club) से घर लौट रहे थे। वह जैसे ही अपने अपार्टमेंट के पास पहुंचे, घात लगाए अपराधियों ने उन्हें गोली मार दी और बाइक से फरार हो गए। गोलियों की आवाज सुनकर स्थानीय लोग मौके पर पहुंचे। परिजन गोपाल खेमका को लेकर अस्पताल पहुंचे, लेकिन इलाज के दौरान उद्योगपति की मौत हो गई।
1 घंटे तक नहीं आई पुलिस
परिजनों ने कहा कि घटना के एक घंटे बाद भी पुलिस वारदात स्थल पर नहीं आई। मृतक गोपाल खेमका के भाई शंकर खेमका ने कहा कि 300 सौ मीटर की दूरी पर थाना है। इसके बाद भी पुलिस नहीं पहुंची। हम लोग ही उन्हें लेकर हॉस्पिटल पहुंचे। 2 घंटे बाद गांधी मैदान थाना की पुलिस पहुंची और कहती है, हमें अभी जानकारी मिली। जबकि हमने ही सूचना दी थी। देर रात जब हम बॉडी लेकर आ गए तब SP पहुंचीं।
पुलिस ऑर्गेनाइज तरीके से क्राइम चला रही है
उन्होंने कहा कि ये लोग लालू राज को जंगलराज कहते हैं, जबकि बिहार पुलिस (Bihar Police) खुद ऑर्गेनाइज तरीके से क्राइम चला रही है। पुलिस वाले आम लोगों को परेशान करते हैं। गुंडो के लिए टाइम नहीं है। लोगों ने कहा कि डीएम के आर्डर की अवहेलना हुई है। इसके आगे हम क्या कहेंगे। पुलिस पंगु बनी हुई है। घटना साढ़े ग्यारह बजे हुई। पुलिस देर रात 2 बजे पहुंची।
7 साल पहले बेटे की भी हुई थी हत्या
शंकर खेमका ने कहा कि गोपाल बांकीपुर क्लब गए थे। वह खुद गाड़ी चलाकर वापस लौट रहे थे। जैसे ही वह काटरुका निवास के पास पहुंचे। पहले से घात लगाए अपराधियों ने उनकी गोली मारकर हत्या कर दी। शंकर ने कहा कि गोपाल बांकीपुर क्लब के डायरेक्टर हैं। उन्होंने कहा कि गोपाल के दो बेटे हैं। साल 2018 में हाजीपुर इंडस्ट्रियल एरिया में उनके बेटे गुंजन खेमका की कॉटन फैक्ट्री के सामने गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। गोपाल खेमका के दूसरे बेटे IGMS में डॉक्टर हैं। एक बेटी लंदन में रहती है। उनका पेट्रोल पंप, फैक्ट्री और अस्पताल का बिजनेस है। घटना के बाद SSP, सिटी SP, सांसद पप्पू यादव और दूसरे लोग उनके घर पहुंचे। मौके पर FSL की टीम भी पहुंची है।
तेजस्वी आवास के सामने भी चली थी गोली
कुछ ही दिन पहले राजधानी पटना के पॉश इलाके पोलो रोड में फायरिंग की घटना हुई है। बिहार सरकार में मंत्री व जदयू नेता अशोक चौधरी और बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष व राजद नेता तेजस्वी यादव के घर के पास राहुल नाम के युवक पर फायरिंग हुई। इस गोलीबारी में राहुल बाल-बाल बच गया। जिस पर जमकर सियासी बवाल मचा था।