मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, बिजली विभाग के स्टोर में यह हंगामा बिजली चले जाने पर हुआ। ठेकेदार आशीष द्विवेदी का आरोप है कि काशी मंदिर सेवा अन्नक्षेत्र समिति के शिविर से सात-आठ साधु मोटरसाइकिल और कार से आए। मुंशी दिव्यांशु शुक्ला से बिजली जाने का कारण पूछा।
कैसे शुरू हुआ हंगामा?
एक अखबार के मुताबिक, दिव्यांशु ने साधुओं को बताया कि 18 हजार वोल्ट की लाइन ट्रिप कर गई है। जल्द ही बिजली आ जाएगी, लेकिन एक साधु ने उन्हें धक्का दिया। बचाने आए मुंशी शुभम मिश्रा और रमन तिवारी को भी पीट दिया। खबर पाकर आए ठेकेदार आशीष, उनके भाई गुलाब द्विवेदी को भी दूसरे शिविरों से आए 25-30 साधुओं ने पीट दिया। पुलिस मूकदर्शक बनी रही। इससे ठेकेदारों समेत आठ लोगों का सिर फट गया। ठेकेदार ने झूंसी थाने को तहरीर दी है। ‘कार्रवाई नहीं होने पर धरने पर बैठेंगे’
देर रात एडिशनल एसपी मेला मनीष सोनकर, एडीएम कुंभ विवेक चतुर्वेदी, चीफ इंजीनियर (विद्युत) वीके सिंह, अधीक्षण अभियंता मनोज गुप्ता और एक्सईएन अनूप सिन्हा भी मौके पर पहुंचे। अधिशासी अभियंता अनूप सिन्हा का कहना है कि घटना की रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को देंगे। प्रशासन इस पर उचित निर्णय लेगा। वहीं, ठेकेदार आशीष द्विवेदी का कहना है कि कार्रवाई नहीं हुई तो बृहस्पतिवार से धरने पर बैठेंगे।
‘नशे में धुत कर्मचारियों ने बोला था साधुओं पर हमला’
महंत बालक दास का कहना है कि बिजली कटने पर कुछ संन्यासी बिजली विभाग के स्टोर गए थे। वहां मौजूद ठेकेदार से लेकर मुंशी तक शराब के नशे में धुत थे। उन्होंने साधु-संतों पर हमला किया है। इसमें कई साधु घायल हुए हैं। इसकी तहरीर दी जाएगी। साधुओं ने किसी को नहीं पीटा।