जिले में इस संबंध में मिली जानकारी के अनुसार चक्रधरनगर थाना क्षेत्र के बेलादुला निवासी आलोक यादव पिता दुबे यादव (16 वर्ष), विवेक कुमार देवांगन पिता सुरेश देवांगन (17 वर्ष) और शिवम यादव पिता समारू यादव (19 वर्ष) तीनों युवक रविवार को दोपहर में घरेलू सामान लेने के लिए बाइक क्रमांक सीजी-14 केटी 8575 से निकले थे। इस दौरान युवकों ने सामान लेने के बाद घुमने के लिए निकल गए।
CG Accident News: ट्रेलर ने बाइक को मारी ठोकर
CG Accident News: जिससे दोपहर करीब 12 बजे सीएमओ तिराहा से उर्दना बेरियर की तरफ जा रहे थे, इस दौरान एक ट्रेलर चालक ने दूसरे ट्रेलर का ओवरटेक करते हुए तेज रफ्तार
राजस्थान में रफ्तार का कहर, तेज रफ्तार ट्रेलर ने राह चलते लोगों को कुचला, 5 लोगों की दर्दनाक मौत से आ रहा था, जिससे उसने बाइक सवारों को सामने से ठोकर मार दिया, जिससे तीनों सड़क में गिरकर गंभीर रूप से घायल हो गए।
ऐसे में आसपास के लोगों ने देखा तो तत्काल मौके पर पहुंच कर घटना की सूचना डायल 112 को दिया, जिससे तीनों युवकों को आनन-फानन में उठाकर जिंदल फोर्टिस अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां डाक्टरों ने प्राथमिक जांच में ही बेलादुला खर्राघाट निवासी शिवम् यादव पिता समारू यादव को मृत घोषित कर दिया।
साथ ही आलोक यादव को गंभीर चोट लगने से कोमा में चला गया है। इसके अलावा विवेक देवांगन के सिर में गंभीर चोट लगी है, जिससे इन दोनों का उपचार जारी है। वहीं घटना की सूचना पर कोतवाली पुलिस ने मर्ग कायम करते हुए शव को जिला अस्पताल के मरच्यूरी में रखवाया है। जहां सोमवार को सुबह पीएम उपरांत शव परिजनों को सौंपा जाएगा।
हादसों का डगर बना उर्दना मार्ग
इन दिनों रायगढ़ घरघोड़ा हादसों का डगर बन गया है। इस मार्ग में दिन रात वाहनों की रेमलपेल होने के कारण आए दिन हादसे हो रहे हैं। वहीं दो दिन पहले शुक्रवार शाम को एक ट्रेलर चालक ने लापरवाही पूर्वक वाहन चलाते हुए बाइक सवार पिता-पुत्र को ठोकर मार दिया था, जिससे पिता की मौत हो गई तो वहीं पुत्र
अस्पताल के बेड में जिंदगी और मौत से संघर्ष कर रहा है। जिसको लेकर शनिवार को ग्रामीणों द्वारा चक्काजाम भी किया था, लेकिन इसके बाद भी इस मार्ग से गुजरने वाले भारी वाहनों के रफ्तार पर लगाम नहीं लग रहा है।
ओवरटेक के चक्कर में हो रहे हादसे
इस संबंध में
स्थानीय लोगों का कहना है कि इस मार्ग पर दिन-रात भारी वाहनों की कतार लगी रहती है। ऐसे में भारी वाहन चालक जल्दबाजी के चक्कर में छोटे वाहन चालकों को अपनी चपेट में ले रहे हैं। साथ ही बताया जा रहा है कि इन भारी वाहनों को ज्यादातर खलासी चलाते हैं, जिसके चलते लगातार हादसे हो रहे हैं। ऐसे में अगर इन वाहन चालकों की जांच हो तो ज्यादातर चालकों के पास लाईसेंस भी नहीं मिलेगा, लेकिन इसके बाद इन पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही है।