इस संबंध में मिली जानकारी के अनुसार
रायगढ़ वन मंडल के घरघोड़ा थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम बरौद निवासी बंधन राठिया (50 वर्ष) मंगलवार को किसी काम की सिलसिले में जंगल की ओर गया था। इस दौरान जंगल में विचरण कर रहे एक हाथी से उसका सामना हो गया। वह मौके से भाग पाता इससे पहले ही हाथी ने उस पर हमला कर दिया। इससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई।
जंगल में मिली लाश
इधर जब शाम तक बंधन राठिया घर नहीं पहुंचा तो उसके परिजन खोजबीन शुरू किए, लेकिन कहीं कुछ पता नहीं चला। अन्य ग्रामीणों से पूछताछ करने पर पता चला कि वह जंगल की ओर गया था। ऐसे में परिजनों के साथ अन्य ग्रामीण भी उसकी खोजबीन करते हुए जंगल पहुंचे तो जंगल में उसकी लाश पड़ी हुई थी। ग्रामीणों ने घटना की सूचना वन विभाग व पुलिस को दी। सूचना मिलते ही वन विभाग व पुलिस की टीम मौके पहुंची। मौका मुआयना कर शव को पुलिस ने घरघोड़ा अस्पताल भेजते हुए मर्ग कायम किया। वहीं शव का पोस्टमार्टम करने के बाद लाश परिजनों को सौंप दी गई। बताया जा रहा है कि बरौद क्षेत्र में एक हाथी विचरण कर रहा है। इससे यह अंदाजा लगाया जा रहा है कि उक्त हाथी ने ग्रामीण पर हमला करते हुए उसे मौत के घाट उतार दिया। बताया जा रहा है कि बरौद क्षेत्र में विचरण कर रहे इस हाथी की जानकारी वन विभाग को भी नहीं थी।
जिले में 117 हाथी कर रहे विचरण
वन विभाग के अनुसार धरमजयगढ़ वन मंडल में इन दिनों 91
हाथी अलग-अलग दल में विचरण कर रहे हैं। रायगढ़ वन मंडल में 26 हाथी को मिलाकर कुल 117 हाथी हैं, जबकि रायगढ़ वन मंडल के ही बरौद के जंगलों में एक हाथी विचरण कर रहा है। इसको लेकर हाथी प्रभावित क्षेत्र के लोगों में दशहत भी बना हुआ है।
प्रभावित क्षेत्रों में की जा रही मुनादी
उल्लेखनीय है कि जिले के जंगल में हमेशा हाथियों की मौजूदगी रहती है। यह हाथी कभी कोरबा तो कभी जशपुर और ओडिशा के जंगल में चले जाते हैं। इससे इनकी संया घटती बढ़ती रहती है। विभागीय अधिकारियों का कहना है कि जिस क्षेत्र में हाथी आने की जानकारी विभाग को मिलती है विभागीय टीम उसकी निगरानी में जुट जाता है। वहीं प्रभावित क्षेत्र के लोगों को सतर्क करने के लिए मुनादी के माध्यम से जागरूक भी किया जाता है।