पूरे मामले की जांच एक आईपीएस अधिकारी भी कर रहे हैं। कार बीएच सीरिज की है। पुलिस ने मंगलवार रात करीब 10 बजे दोनों आरोपियों को पकड़ लिया था और बुधवार की रात 8 बजे तक कार मालिक का पता नहीं लगा पाई थी। चर्चा है कि 4 करोड़ रुपए बरामद हुआ था। हालांकि पुलिस अफसरों ने इसकी पुष्टि नहीं की है।
जानिए क्या है पूरा मामला
पुलिस के मुताबिक, आमानाका इलाके में मंगलवार की रात वाहन चेकिंग की जा रही थी। इस दौरान एक इनोवा कार 23- BH-8886J को रोका गया। कार में उत्तरप्रदेश के श्रीकांत सिंह और विनोद कुशवाहा सवार थे। पूछताछ में दोनों संदेहजनक लगे। इसके बाद पुलिस ने कार की तलाशी ली। कार के पिछले हिस्से की सीट के नीचे एक गुप्त चेंबर बना था। उसमें बड़ी संख्या में नोटों के बंडल रखे हुए थे। इसमें 500 के 30500 नोट, 200 के 6661 नोट, 100 के 1177 नोट कुल 1 करोड़ 66 लाख 99 हजार 900 रुपए बरामद हुआ है। दोनों युवकों को पुलिस ने रात करीब 10 बजे पकड़ लिया था। रकम भी बरामद हो गई। इसके बाद करीब 22 घंटे तक पुलिस दोनों से पूछताछ की और मामले की जांच की, लेकिन इसके बाद भी पुलिस यह नहीं बता पाई कि कार किसका है?, दोनों युवकों को इतनी बड़ी रकम देकर किसने भेजा था? यह रकम कहां और किसके पास जानी थी? इस संबंध में आजाद चौक सीएसपी आईपीएस अमन झा का कहना था कि आरोपियों से पूछताछ की गई है, लेकिन उन्होंने कुछ नहीं बताया। आमानाका टीआई सुनील दास का कहना है कि जब्त रकम किसका है? यह भी हमें पता नहीं चल पाया है।
रैकेट में कई शामिल
आशंका है कि पूरा मामला हवाला कारोबार का है। दोनों युवक के यूपी के रहने वाले हैं। राशि लेकर नागपुर की ओर जा रहे थे। इस रैकेट में कई लोग शामिल हैं। चर्चा यह भी है कि रायपुर के किसी बड़े आदमी का पैसा है, जिसे दुर्ग-भिलाई होते हुए नागपुर पहुंचाया जा रहा था। रकम पकड़े जाने की सूचना मिलते ही बचाव के लिए वह भी सक्रिय हो गया था।
उल्लेखनीय है कि रायपुर में तीन दर्जन से ज्यादा हवाला एजेंट सक्रिय हैं, जो
रायपुर से करोड़ों रुपए मुंबई, दिल्ली, नागपुर और अन्य शहरों में अवैध तरीके से भेज रहे हैं। उसी तरह दूसरे शहरों से भी करोड़ों रुपए आ रहे हैं।