Patrika Raksha Kavach Abhiyaan: डॉक्टर से हुई ऑनलाइन ठगी
पुलिस के मुताबिक, भवानी नगर कोटा डॉक्टर सतीश राजपूत के
मोबाइल फोन में अज्ञात नंबरों से एपीके फाइल वाला इंटरनेट लिंक भेजा गया। डॉ. सतीश ने लिंक को क्लिक कर दिया। इससे एक फाइल डाउनलोड हो गई। इसके अगले दिन उनके मोबाइल में 30 ओटीपी आए।
उन्होंने ओटीपी किसी को नहीं बताया, फिर उनके चालू और सेविंग एकाउंट से राशि निकल गई। हद तो तब हो गई, जब उनके फिक्स डिपाजिट खाते की राशि भी पार हो गई। अज्ञात
साइबर ठगों ने उनके बैंक खातों से कुल 6 लाख 700 रुपए पार कर दिए। इसकी शिकायत पर सरस्वती नगर पुलिस ने अज्ञात साइबर ठगों के खिलाफ अपराध दर्ज कर विवेचना में लिया है।
ये ध्यान रखना बहुत जरूरी
कभी भी अनजान व्यक्ति द्वारा भेजी गई या वेबसाइट से एपीके फाइल की लिंक डाउनलोड नहीं करें। कोई भी फाइल या लिंक में डॉटएपीके लिखा हुआ दिखाई देगा। इसके अलावा यदि आपने कुछ ऐसा किया ही नहीं कि ओटीपी की जरूरत हो और इसके बावजूद भी आपके मोबाइल पर ओटीपी आए तो तुरंत सावधान हो जाएं। इंटरनेट लिंक भेजकर साइबर ठग मोबाइल का एक्सेस ले लेते हैं। दरअसल, ऐसे लिंक एपीके फाइल होती है। इस लिंक पर टच करते ही मोबाइल का
एक्सेस साइबर ठगों को मिल जाता है। इसके बाद मोबाइल में जो भी रहता है या जो भी करते हैं, वह सब साइबर ठगों को उनकी स्क्रीन पर दिखता है। इस दौरान ऑनलाइन पेमेंट करने पर बैंकिंग संबंधी जानकारी उनको मिल जाती है और आसानी से बैंक खातों से राशि का आहरण कर लेते हैं।