इसके अलावा मजदूरों के अन्य मांगों को भी प्रबंधन ने तीन महीने में पूरा करने की बात कही। इस दौरान पुलिस व प्रशासन की टीम भी मौके पर पहुंच गई थी। शुक्रवार को सुबह 11 बजे अमलीडीह स्थित एबीस फैक्ट्री में काम करते समय खुर्सीपार निवासी 35 वर्षीय छबिल पिता जेठूराम पटेल की मौत हो गई थी।
डस्ट के नीचे दब गया था
मिली जानकारी अनुसार प्लांट के अंदर काम करते समय छबिल माल भरने के लिए स्टोर के पास पहुंचा था, जहां वह गिर गया और ऊपर से मक्के का बड़ा डस्ट गिरने से दब गया और दम घुटने से उसकी दर्दनाक मौत हो गई। माल खाली होने के बाद उसे दबे होने की खबर अन्य मजदूरों को लगी और इसकी जानकारी प्रबंधन को दी गई। घटना के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए डोंगरगांव अस्पताल में लाया गया, जहां मुआवजे की मांग को लेकर मजदूरों और परिजनों ने जमकर हंगामा किया। पोस्टमार्टम को रूकवा दिया
शुक्रवार को मुआवजे को लेकर बात नहीं बनने पर परिजन और ग्रामीणों ने पोस्टमार्टम रूकवा दिया गया था, जिसके बाद शनिवार को मृतक के परिजनों, ग्रामीणों और मजदूरों के व्दारा आरी बेरियर और अमलीडीह फैक्ट्री के सामने राजनांदगांव डोंगरगांव स्टेट हाईवे को जाम कर दिया गया।
इस दौरान प्रबंधन समिति और प्रशासनिक अधिकारियों की उपस्थिति में मजदूरों की प्रमुख मांग रखे गए, जिसमें मजदूरों की बीमा, कारखाने के अंदर मजदूरों की सुरक्षा, हमालों का परिचय पत्र, हमालों के काम करने के समय 8 घंटा करने सहित आठ सूत्रीय मांग शामिल रहे। कंपनी प्रबंधन ने इन मांगों को 3 महीने के भीतर पूरा करने की बात कही।