रतलाम में शुक्रवार को सुबह जब नेशनल इंवेस्टिगेशन एजेंसी (एनआईए) की टीम के पहुंचने की खबर लगी तो हड़कंप मच गया। टीम आधी रात को पहुंची थी। टीम के सदस्य अपने साथ आतंकी फिरोज खान को लेकर पहुंचे थे। दो अप्रैल को ही स्थानीय पुलिस ने फिरोज को गिरफ्तार किया था और एनआईए को सौंप दिया था। दरअसल, एनआईए की टीम फिरोज को स्पॉट वेरिफिकेशन के लिए आई थी। तभी यह भी सूचना आने लगी कि फिरोज खान की निशानदेही पर एनआईए ने तीन लोगों को हिरासत में लिया है। हालांकि दोपहर तक इसकी पुष्टि नहीं हो पाई थी।
कुछ दिन पहले ही रतलाम पुलिस ने फिरोज खान नाम के आतंकी को पकड़ा था, वो काफी समय से फरार था और उस पर 5 लाख का इनाम घोषित था। फिरोज जयपुर ब्लास्ट की साजिश रचने के मामले में वांटेड था। यह रतलाम पुलिस की बड़ी सफलता थी।
जयपुर ब्लास्ट मामले में वांटेड था फिरोज
दो अप्रैल को मोस्ट वांटेड आतंकी फिरोज खान को रतलाम पुलिस ने गिरफ्तार करने में बड़ी सफलता हासिल की थी। वो जयपुर बम ब्लास्ट ( jaipur serial blast) की घटना को 2022 में दोहराने की कोशिश और साजिश में शामिल था। फिरोज एनआईए की मोस्ट वांटेड आतंकियों की लिस्ट में भी शामिल था। फिरोज पुत्र फकीर मोहम्मद सब्जीवाला ईद के मौके पर रतलाम पहुंचा था। तभी आनंद कॉलोनी में रहने वाली अपनी बहन से मिलने गया। तभी इनपुट के आधार पर पुलिस ने घेराबंदी करके आतंकी को बहन के घर के बाहर निकलते ही पकड़ लिया था।