बंडा विधायक वीरेंद्र सिंह लोधी ने कहा कि आचार्यश्री त्याग की प्रतिमूर्ति थे। आचार्यश्री ने समाज को जीवन जीने का रास्ता दिखाया है। वे प्राणी मात्र की चिंता करते थे। मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. प्रमेन्द्र सिंह ने बताया इंदौर में 2020 में आचार्यश्री ने कहा था कोरोना के बाद शांति से नहीं बैठना, क्योंकि फिर लहर आ सकती है । आचार्यश्री के पूर्वानुमान ने हम लोगों को तैयारी करने का अवसर दे दिया। डॉ. ज्योति चौहान ने कहा इस युग के सबसे बड़े देवता आचार्य विद्या सागर महाराज थे।
सभी समाज के लोगों ने रखे विचार
कार्यक्रम में मुस्लिम समाज के मुफ्ती ने कहा कि आचार्यश्री के उद्देश्य देश हित, समाज हित के थे उनके द्वारा जो कार्य समाज को बताए गए हैं। वह सदियों तक चलते रहेंगे। फादर पाल ने कहा जैन मुनियों को देखते हैं तो त्याग की बात मन में आती है। उनका जीवन लाखों करोड़ों लोगों के लिए प्रेरणा स्रोत है। डॉ. मनीष जैन ने कहा 2009 में मेडिकल कॉलेज शुरू हुआ था पीजी की सीटें नहीं मिल रही थी। 19 बार एमआईसी के लिए यहां से पत्र भेजे गए हर बार रिजेक्ट हो गए तो रहली में गुरुदेव विराजमान थे। हम लोग पहुंचे और गुरुदेव को बताया गुरुदेव ने आशीर्वाद दिए। रात में एमआईसी का मेल आ गया कि आपको पीजी की सीटें आज उपलब्ध कर दी गई हैं।
नाटक हुआ मंचन
मुकेश जैन ढाना ने बताया कि निर्यापक मुनि योग सागर महाराज ससंघ और आर्यिका गुण मती माता के ससंघ सानिध्य में कार्यक्रम हुआ। इस मौके पर आचार्यश्री के गृहस्थ अवस्था की बहनें ब्रह्मचारिणी स्वर्णा दीदी और ब्रह्मचारिणी सांता दीदी भी उपस्थित थी। एक नाटिका गुरुवर दूर हमसे जाओ ना का मंचन हुआ। कार्यक्रम को पूर्व सांसद लक्ष्मी नारायण यादव, पूर्व सांसद आनंद अहिरवार, योगाचार्य विष्णु आर्य, विधायक शैलेंद्र जैन, भाजपा जिलाध्यक्ष श्याम तिवारी, साहित्यकार हरगोविंद विश्व, इंजी स्वप्निल जैन एवं जस्सी सरदार आदि ने संबोधित किया।