इ-मंडी होने बाद गेट पर ही किसान को प्रवेश पर्ची उपलब्ध कराई जाना चाहिए, लेकिन ऐसा नहीं हो रहा है। यदि गेट पर प्रवेश पर्ची देकर परिसर में सही तरीके से ट्रैक्टर-ट्रॉली खड़े कराए जाएं, तो कुछ हद तक व्यवस्था सुधर सकती है, लेकिन सुरक्षा गार्ड यह कार्य करते हुए नजर नहीं आते हैं।
मार्च क्लोजिंग के चलते कृषि उपज मंडी में 28 मार्च से 1 अप्रेल तक डाक, नीलामी नहीं होगी। इस बीच किसानों को उपज बेचने में परेशानी होगी और जिन किसानों को जरूरत होगी वह मंडी के बाहर कम दामों में उपज बेचने मजबूर होंगे।
यदि मंडी की व्यवस्थाओं में सुधार नहीं हुआ है, तो कार्रवाई की जाएगी।
विजय डेहरिया, एसडीएम, बीना