ये भी पढें – एमपी में फिर बढ़ेगी ठंड, आ रहा है नया पश्चिमी विक्षोभ दो दशक में इसलिए आया बदलाव
संभागीय मुख्यालय पर पिछले दो दशकों में कई बड़े बदलाव हुए हैं। राजघाट रोड पर बांध निर्माण, केंद्रीय विद्यालय के कारण जमीनों के दाम बढ़े(Property Guideline)। तिली क्षेत्र में बीएमसी के निर्माण से जमीनों के दामों में बेहताशा वृद्धि हुई। खुरई रोड, भोपाल रोड पर अब जमीनों के दाम बढ़ना शुरू हुए हैं। मकरोनिया, फोरलेन आदि स्थानों पर नई बसाहट में रहने के शौकीन लोगों के कारण प्रॉपर्टी का कारोबार बढ़ा और लगातार बढ़ रहा है।
ये भी पढें – AIIMS में मरीज की आंख से निकला 1 इंच लंबा परजीवी, दुर्लभ केस इस बार बीच सेशन में बढ़ाईं थीं दरें: पूर्व में कलेक्टर गाइडलाइन(Property Guideline) के निर्धारण में विभाग के कर्मचारियों को काफी मशक्कत करनी पड़ती थी, लेकिन जब से संपदा-2.0 शुरू हुआ है, तो सॉटवेयर की मदद से आसानी से किस स्थान पर तय गाइडलाइन से अधिक दर पर रजिस्ट्री हुई है, इसकी जानकारी मिल जाती है। यही वजह है कि मौजूदा वित्तीय वर्ष में करीब 71 लोकेशन पर मिड सेशन में कलेक्टर गाइडलाइन को रिवाइज्ड किया गया था।
ये भी पढें – मां को इंस्टाग्राम पर हुआ प्यार, 2 बच्चों के साथ घर से भागी, तलाश में भटक रहा पति इन क्षेत्रों में बढ़ सकती है गाइडलाइन
राजघाट रोड, भोपाल रोड, रजौआ मार्ग, सिरोंजा, सिद्धगुवां, खुरई रोड, तिली, बहोरी बीका आदि क्षेत्रों की लोकेशन पर कलेक्टर गाइडलाइन की दरें बढ़ने(Property Guideline) की बात सामने आ रही है, क्योंकि इन क्षेत्रों में नई-नई कॉलोनियां विकसित हो रहीं हैं।
कल बैठक
कलेक्टर गाइडलाइन पर काम चल रहा है। सोमवार को जिला मूल्यांकन समिति की पहली बैठक आयोजित होगी। कुछ लोकेशन पर वृद्धि प्रस्तावित की गई है। – निधि जैन, वरिष्ठ जिला पंजीयक