लेट हुए तो आनन-फानन में बना दिए परीक्षाफल
मामला सहारनपुर के कस्बा चिलकाना क्षेत्र के गांव बरथा कायस्थ पठेड़ कला का है। इस गांव में प्राथमिक विद्यालय है। इस प्राथमिक विद्यालय का परीक्षाफल लेट हो गया तो आनन-फानन में सभी छात्र-छात्राओं के परीक्षाफल यानी रिजल्ट तैयार किए गए। छात्र-छात्राओं के परीक्षाफल में हैरान कर देने वाली लापरवाही सामने आई। यहां एक परीक्षाफल में पूर्णांक 100 अंकों का था जिसके एवज में अध्यापक ने 234 नंबर दे दिए। यह लापरवाही उजागर होने के बाद बेसिक शिक्षा अधिकारी ने जांच बैठा दी है।
पूर्णांक में 100 और प्राप्तांक में 234 नंबर
बरथा कायस्थ पठेड़ कला प्राथमिक विद्यालय का 29 मार्च को परीक्षाफल आना था। विद्यालय में दो अध्यापिकाओं के बीच चल रहे विवाद में पहले तो स्टाफ परीक्षाफल जारी करना ही भूल गया। जब अभिभावकों ने शिकायत की तो करीब 20 दिन बाद स्कूल स्टाफ ने परीक्षाफल जारी किया। अब इस परीक्षाफल में भी घोर लापरवाही सामने आ गई। इसी गांव के रहने वाले जुल्फिकार ने बताया कि उनका बेटा और बेटी इसी स्कूल में पढ़ते हैं। स्कूल ने कक्षा एक में पढ़ने वाली बेटी का परीक्षाफल जारी किया तो उसमें पूर्णांक 100 दर्शाया गया जबकि टोटल नंबर 234 दिए गए। इतना ही नहीं कक्षा चार में पढ़ने वाली दूसरी बेटी के परीक्षाफल में त्रुटि सामने आई।
बेसिक शिक्षा अधिकारी ने बैठाई जांच
जब परिजनों ने प्रधान अध्यापिका हुमैरा बेगम से पूरे मामले की शिकायत की तो उन्होंने बताया कि परीक्षाफल लेट हो रहे थे अब जल्दबाजी में सारे परीक्षा परिणाम बनाए गए हैं तो उनमें त्रुटि रह गई है। जो त्रुटियां हुई है उन्हे ठीक करवाया जा रहा है। यह मामला सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तो पूरे प्रकरण में बेसिक शिक्षा अधिकारी ने भी जांच बैठा दी है। खंड शिक्षा अधिकारी संजय डबराल ने बताया कि इस पूरे मामले में बेसिक शिक्षाधिकारी की ओर से जांच कराई जा रही है।