दरअसल, यह पूरा मामला करइया बिजुरिया का बताया जा रहा है। टीचर शशिकला तिवारी अपने छात्रों को पढ़ा रही थी। इसी दौरान बच्चे बाहर पानी पीने के लिए जर्जर छत के बरामदे में पहुंच। उन्हें टीचर हटाने पहुंची तो उसके ऊपर ही भरभराकर छत का हिस्सा गिर गया। जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गई।
जैसे-तैसे टीचर को आंगनवाड़ी कार्यकर्ता की मददसे मैहर सिविल अस्पताल लाया गया। जहां डॉक्टरों ने गंभीर स्थिति होने के कारण जिला अस्पताल सतना रेफर कर दिया। छत गिरने के पहले कई बार स्कूल शिक्षा विभाग को पत्र लिखा गया है। मगर कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। जिसके चलते भरभराकर छत गिर गई।