पूरा मामला जसो थाना क्षेत्र के रीछुल गांव का बताया जा रहा है। हादसे में राजकुमार चौरसिया की बेटी जान्हवी (5), गौरी (5) और तान्या (8) दोपहर 3.30 बजे गांव के बगीचे में आम बीनने के लिए गई थीं। रास्ते में गड्ढे के किनारे से तीनों गुजर रहीं थीं तभी एक बालिका का पैर फिसला और वह पानी में जा गिरी। बहन को पानी में डूबता देख उसकी दोनों बहनें गड्ढे में उतरी और बचाने में खुद डूब गईं। इधर, मां प्रभा देवी बेसुध हालत में हैं और पिता का रो-रोकर बुरा हाल है।
हादसे से ग्रामीण आक्रोशित हो गए और ठेकेदार के ऊपर मौके पर एफआइआर की मांग करने लगे। मामला शांत कराने के लिए नागौद और सिंहपुर थाने का बल रीछुल भेजा गया। एसडीएम-तहसीलदार भी पंहुचे। रात 8 बजे मौके पर पुलिस ने जीरो पर मर्ग कायमी की। थाना प्रभारी रोहित यादव में बताया, जांच में जो भी दोषी होगा उस पर नामजद एफआइआर होगी। आश्वासन के बाद रात नौ बजे तीनों शव नागौद मर्चुरी भेजे गए। प्रशासन ने 4-4 लाख की आर्थिक सहायता देने की बात कही।
ग्रामीणों ने बताया है कि नागौद-जसों बायपास सड़क निर्माण के लिए ठेकेदार मान सिंह ने 3 महीने पहले अवैध तरीके से 25 फीट का गड्ढा खोदकर मिट्टी निकाली थी। मिट्टी निकालने के बाद गड्ढे खुले छोड़ दिए गए। कुछ समय पहले हुई बारिश से गड्ढ़ों में पानी भर गया। सरपंच संध्या का कहना था कि ठेकेदार के द्वारा पंचायत से अनुमति नहीं ली गई थी।