रेलवे अधिकारियों के अनुसार, काम 10 दिन बाद पूर्वी छोर से शुरू होगा। निर्माण कंपनी ने अस्थाई क्वार्टर बनाए हैं, जहां 100 से अधिक कर्मचारी और मजदूर रहेंगे। कुछ भारी मशीनरी भी स्टेशन पर पहुंच चुकी है। पहले चरण में बाहरी साइट पर दोनों छोर पर काम शुरू होगा। निर्माण कार्य के लिए रेलवे पार्किंग के पास एक बड़ा कैप भी तैयार किया गया है।
इसलिए लेट हुआ प्रोजेक्ट
स्टेशन में पुनर्विकास काम पहले से ही लेटलतीफी का शिकार है। अक्टूबर 2023 में रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से कार्य का शिलान्यास किया था। इसके बाद विधानसभा व लोकसभा चुनाव के चलते काम चालू नहीं हो पाया। बीते साल सितंबर 2024 में औपचारिक रूप से काम शुरू होने का बड़ा समारेाह किया गया, लेकिन पुनर्विकास की डिजाइन में आंशिक बदलाव की मंजूरी मिलने में देरी हुई। अधिकारियों ने बताया कि एक बार काम शुरू हुआ तो तय समय पर ही पूरा करने की कोशिश करेंगे।
काम के दौरान परिचालन पर नहीं होगा असर
रेलवे के अधिकारियों ने बताया कि स्टेशन पुनर्विकास के काम से रेल परिचालन प्रभावित नहीं होगा। पहले आउटर की सभी संरचनाएं बनाई जाएंगी। उसके बाद व्यंकटेश मंदिर मॉडल वाला स्टेशन का मुख्य भवन बनाया जाएगा। अभी एक साल तक यात्रियों के स्टेशन आने-जाने, पार्किंग, रेस्तरां बगैरह सब पहले जैसा ही चलता रहेगा। स्टेशन से मालगोदाम शिट होने के बाद लाइन का काम चालू होगा। ये भी पढ़ें:
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- अलग-अलग प्रवेश-निकास द्वार, 36 मीटर चौड़ा रूफ प्लाजा, नए फुटओवर ब्रिज के साथ हाई लेवल प्लेटफार्म व प्लेटफार्म कवर शेड, सर्कुलेटिंग एरिया का विकास व 1300 कारों की पार्किंग सुविधा मिलेगी।
- 2,286 वर्गमीटर में रूफ प्लाजा, एसी आरक्षित पुरुष प्रतीक्षालय व एसी आरक्षित महिला प्रतीक्षालय। एक्जीक्यूटिव, वीआइपी वेटिंग लाउंज। सभी प्लेटफॉमों पर शेल्टर। 30,900 वर्गमीटर में पार्किंग।
- प्रस्थान ब्लॉक, आगमन ब्लॉक, रूफ प्लाजा में लिट, एस्केलेटर्स एवं सीढ़ियों, फुट ओवर बिजों पर लिट, एस्केलेटर्स एवं सीढ़ियों, पार्सल साइड में स्थित फुटओवर ब्रिज पर लिट्स। इस तरह स्टेशन पर कुल 25 लिफ्ट 24 एस्केलेटर्स एवं 21 सीढ़ियों का प्रावधान है।
- आगमन ब्लॉक में 6 मीटर चौड़े 02 फुट ओवर ब्रिज का निर्माण
- प्रस्थान ब्लॉक में 6 मीटर चौड़े 01 फुट ओवरब्रिज का निर्माण। 19,522 वर्गमीटर में ग्रीन जोन। शहर के दोनों किनारों का एकीकरण।