scriptटंकी की नहीं हुई सफाई, वाटर कूलर भी नहीं कर रहे काम, बाजार से पानी खरीदकर पीने की मजबूरी | Patrika News
शाहडोल

टंकी की नहीं हुई सफाई, वाटर कूलर भी नहीं कर रहे काम, बाजार से पानी खरीदकर पीने की मजबूरी

पेयजल की समस्या से जूझ रहे मेडिकल कॉलेज में भर्ती मरीज व उनके परिजन

शाहडोलDec 03, 2024 / 11:57 am

Kamlesh Rajak

oplus_32

पेयजल की समस्या से जूझ रहे मेडिकल कॉलेज में भर्ती मरीज व उनके परिजन
शहडोल. मेडिकल कॉलेज में भर्ती मरीजों के साथ ही हॉस्टल के छात्रों को इन दिनों पेयजल की समस्या से जूझना पड़ रहा है। शुद्ध पेयजल की सुविधा न होने के कारण मरीजों को बाजार से पानी खरीद कर पीने को मजबूर होना पड़ रहा है। वहीं आर्थिक रूप से कमजोर मरीज व उनके परिजन दूषित पानी पीने को मजबूर हो रहे हैं। पेयजल की यह समस्या मेडिकल कॉलेज में काफी दिनों से बनी हुई है।
प्रबंधन की तरफ इसके लिए ठोस प्रबंध नहीं किए जाने से समस्या और भी गंभीर होते जा रही है। मरीज के परिजनों की माने तो दूषित पानी पीने से संक्रमण का खतरा बना रहता है। यही कारण है कि बाहर से पानी खरीदने को मजबूर होना पड़ रहा है। इसी प्रकार मेडिकल को हॉस्टल में भी छात्रों को पेयजल के लिए शुद्ध पानी नहीं मिल पा रहा है। यहां पर लगे वाटर कूलर मेंटेनेंस के अभाव में काम करना बंद कर दिए हैं।
टंकी के आसपास गंदगी का अंबार
मेडिकल कॉलेज के कैजुअल्टी वार्ड के बगल में मरीजों के लिए पेयजल की सुविधा बनाई गई है। यहां लगे वाटर कूलर की स्थिति जर्जर हो चुकी है, वहीं पानी टंकी की सफाई नहीं होने से दूषित पानी निकल रहा है। इसके साथ ही पानी यूनिट के आसपास गंदगी का अंबार लगा हुआ है, जिसके दुर्गन्ध से लोग परेशान होते हैं। इस पानी का उपयोग अब लोग नहाने एवं कपड़े धुलने में कर रहे हैं। वहीं पीने का पानी बाजार से खरीद रहे हैं।
वाटर कूलर का नहीं हो रहा मेंटेनेंस
पेयजल के लिए मेडिकल कॉलेज के करीब 4 स्थानों में वाटर कूलर तो स्थापित किए गए हैं, लेकिन रख रखाव के अभाव में शुद्ध पेयजल नहीं मिल रहा है। वाटर कूलर सिर्फ शो पीस के तौर पर काम कर रहे हैं। मेडिकल कॉलेज में हर रोज 1 हजार से अधिक लोग इलाज के लिए पहुंचते हैं। ऐसे में शुद्ध पेयजल उपलब्ध न होने से कई प्रकार की परेशानियों का सामना करना पड़ता है। मरीजों की माने तो अस्पताल से करीब 200 मीटर दूरी पर दुकानें है, जहंा से पानी लाने को मजबूर होना पड़ता है। यही हाल हॉस्टल का भी है, यहां स्थापित वाटर कूलर भी महीनों से बंद पड़े होने के कारण छात्रों को पेयजल के लिए मशक्कत करनी पड़ती है।
अस्पताल के पानी टंकी से दूषित जल निकल रहा है, जिसके सेवन से खांसी व सर्दी की शिकायत हो जाती है, यही कारण है कि बाहर से खरीद कर पानी पीते हैं। वाटर कूलर खराब बता रहे हैं।
गुलबिया बाई, मरीज के परिजन
मरीज के परिजन ने बताया कि अस्पताल में लगे वाटर कूलर से पानी नहीं मिल रहा है, कैजुअल्टी वार्ड के पास बनी टंकी से दूषित पानी की सप्लाई होती है। जिसका उपयोग कपड़े धुलने व नहाने में करते हैं।
बुल्ली बाई, मरीज के परिजन
इनका कहना
मेडिकल कॉलेज में लगे वाटर कूलरों का मेंटेनेंस कराए जाने की प्रक्रिया की जा रही है जो जल्द ही पूरी हो जाएगी। इसके बाद अस्पताल व हॉस्टल में मरीजों शुद्ध पेयजल उपलब्ध होने लगेगा।
डॉ. नागेन्द्र सिंह, अस्पताल अधीक्षक

Hindi News / Shahdol / टंकी की नहीं हुई सफाई, वाटर कूलर भी नहीं कर रहे काम, बाजार से पानी खरीदकर पीने की मजबूरी

ट्रेंडिंग वीडियो