चार साल से बिना रजिस्ट्रेशन, फिटनेस, परमिट, इंश्योरेंस के चला रहे थे बस-
उप परिवहन निरीक्षक रोबिनसिंह ने चूरू के सादुलपुर क्षेत्र में चार साल से बिना रजिस्ट्रेशन, फिटनेस, टेक्स, बिना इंश्योरेंस, बिना परमिट के सवारियां ढोती हुई बस को पकड़ा है। बस के नंबर आरजे 10 पीए 2557 हैं। बस का रजिस्ट्रेशन 2021 में सस्पेंड करवा रखा था। आरसी सस्पेंड करवाने के बाद बस को पिछले पांच साल से चलाई जा रही है। बस मालिक सुमित कुमार पुत्र अंतरसिंह है और बस को ड्राइवर ओमप्रकाश पुत्र होशियारसिंह चला रहा था। बस चूरू के राजगढ़ से डिगारला की ओर सवारियां ढोते हुए मिली है। बस को सीज किया गया है और बस का करीब 7 लाख रुपए का टेक्स बकाया है। परिवहन विभाग के नियमों के अनुसार आरसी सस्पेंड होने की स्थिति में पांच गुना तक जुर्माना लगाने का प्रावधान है।
एक नंबर से दो बसें चलती मिलीं-
वहीं चूरू के राजगढ़ क्षेत्र में 26 मार्च 2025 को ही एक ही नंबर प्लेट से दो बसें रूट पर चला रहा है। उप परिवहन निरीक्षक ने बस का पांच लाख रुपए का चालान बनाया है। बस मालिक नीलम देवी पत्नी संजीव कुमार ने बस आरजे 10 पीए 7894 नंबर प्लेट लगा रखी थी, जबकि उक्त बस के ऑरिजनल नंबर आरजे 18 पीए 2829 हैं। इस बस के मालिक ने उक्त बस के नंबरों को 2020 में सस्पेंड करवा रखा था। आरजे 10 पीए 7894 नंबर प्लेट लगी बस राजगढ़ बस स्टेंड पर खड़ी मिली। जिस बस का चालन बस के नंबर भी अलग-अलग भाषा में लिख रखे थे। निरीक्षक ने ड्राइवर को भी चेतावनी देते हुए आगामी समय में ऐसी बस चलाते पाए जाने पर 420 में एफआईआर दर्ज करवाने की चेतावनी दी है।
कबाड़ी से खरीदकर बनाई जुगाड़ की बस –
चूरू जिले के राजगढ़ कस्बे में ही कबाड़ से ढांचा खरीदकर जुगाड़ कर बस निर्माण कर सड़क पर बैखोफ बस चला रहा था। बस मालिक कबाड़ी से खारिज बस आरजे 11 पीए 5564 नंबर लगा रखी बस खरीद लाया। जबकि बस कस चेसिस नंबर की जांच की तो पता चला कि बस आरजे 10 पीए 6680 है, जिसकी आरसी भी 2020 में भरतपुर में आरसी सस्पेंड हो चुकी थी। उप परिवहन निरीक्षक ने 27 नवंबर 2024 को इस बस को सीज कर राजगढ़ थाने में खड़ी कर रखी है।
बस स्कूल बस पर भी फर्जी नंबर लगा कर रहे टेक्स की चोरी-
परिवहन विभाग के अधिकारी ने 23 दिसंबर 2024 को एक स्कूल बस को सीज कर राजगढ़ थाना में बंद किया गया है। इस स्कूल बस पर एचआर 67- 3779 नंबर की प्लेट लगा रखी थी। जबकि स्कूल बस का असली नंबर आरजे 13 पीए 5470 था। ऐसे में स्कूल बस संचालक भी मासूम बच्चों की जान से खिलवाड़ कर रहे हैं।
52 सीटर बस पर लगा रखी थी 25 सीटर बस की नंबर प्लेट-
उप परिवहन निरीक्षक को सरदारशहर बस स्टैंड पर 5 दिसंबर 2024 को 52 सीटर बस मिली, जिसके नंबर RJ21PA 0240 है। बस के नंबर जांचने पर पता चला कि उक्त बस 52 सीटर थी, जबकि इस बस पर 25 सीटर बस की नंबर प्लेट लगा रखी थी। उक्त 25 सीटर बस की नंबर प्लेट का भी पिछले तीन साल से टेक्स बकाया चल रहा है। बस का ड्राइवर मौके से भाग छूटा था। उक्त बस को उप परिवहन निरीक्षक रोबिनसिंह ने सीज करके सरदारशहर थाना में खड़ी की थी, यह बस आज तक नहीं छूट पाई है।
इनका कहना है –
जो लोग जानबूझकर एक नंबर से कई वाहन चला रहे हैं। आरसी सस्पेंड व सरेंडर करवा बिना टेक्स, रजिस्ट्रेशन, फिटनेस, परमिट व इंश्योरेंस करवाए ही बसें संचालित कर सवारियों के जीवन के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। कार्यालय के सभी परिवहन निरीक्षकों को ऐसे वाहनों के खिलाफ तुरंत कार्रवाई करने व वाहनों को जब्त करने के निर्देश दिए हैं। मथुराप्रसाद मीणा, आरटीओ, सीकर