Rajasthan Accident: बाल काटकर बेटे को इंजीनियरिंग करवा रहे थे पिता, दर्दनाक हादसे में उसी की हो गई मौत
Rajasthan Road Accident: सदर थानाधिकारी इंद्रराज मरोड़िया ने बताया कि बस लोसल से सीकर की तरफ आ रही थी। तभी काशी का बास बस स्टैंड के पास सामने से आ रही बाइक को बचाने के फेर में वह अनियंत्रित हो गई।
राजस्थान के सीकर के लोसल- सीकर रुट की एक निजी बस काशी का बास बस स्टैंड के पास पलट गई। हादसे में कॉलेज जा रहे 16 वर्षीय इंजीनियरिंग छात्र की मौत हो गई, जबकि बस में सवार 10 अन्य लोग घायल हो गए। घटना के बाद छोटीपुरा निवासी मृतक राहुल सैन के परिजनों व ग्रामीणों ने एसके अस्पताल की मोर्चरी के बाहर टूटी सड़क व घटना को लेकर आक्रोश जताया।
पोस्टमार्टम से इन्कार करते हुए 50 लाख रुपए के मुआवजे की मांग भी की। करीब सात घंटे चले प्रदर्शन के बाद एसडीएम निखिल कुमार के मुख्यमंत्री सहायता कोष से अधिकतम राशि दिलाने सहित विभिन्न आश्वासनों के बाद परिजन शव उठाने को राजी हुए।
बाइक को बचाने के फेर में टूटी कबानी
सदर थानाधिकारी इंद्रराज मरोड़िया ने बताया कि बस लोसल से सीकर की तरफ आ रही थी। तभी सीकर के काशी का बास बस स्टैंड के पास सामने से आ रही बाइक को बचाने के फेर में वह अनियंत्रित हो गई। आगे के टायर की कबानी टूटते हुए बस पलटी खा गई। सूचना पर पहुंची पुलिस ने घायलों को एसके अस्पताल पहुंचाया। जहां चिकित्सकों ने एक किशोर को मृत घोषित कर दिया। तीन को उपचाराधीन रखते हुए बाकी को प्राथमिक उपचार के बाद घर भेज दिया गया।
30 से ज्यादा सवारी, बस पलटते ही मची चीख पुकार
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार बस में 30 से ज्यादा सवारियां थी। अनियंत्रित होकर वह हिचकौले खाती हुई पलटी। सवारियों की चीख पुकार सुनी तो लोग दौड़कर मौके पर पहुंचे। सूचना पर पुलिस भी मौके पर पहुंची। बाद में नजदीकी लोगों की मदद से हताहतों को एसके अस्पताल ले जाया गया।
यह वीडियो भी देखें
सैलून चलाकर इंजीनियरिंग करवा रहे थे पिता
दो भाइयों में छोटा राहुल सांवली रोड स्थित इंजीनियरिंग कॉलेज का छात्र था। उसके पिता गोपाल सैन सैलून चलाकर बेटे को पढ़ा रहे थे। चाचा प्रमोद ने बताया कि मूंडवाड़ा के पास रोडवेज बस नहीं रुकने पर वह निजी बस से ही कॉलेज जाता था। बुधवार को भी वह घर से कॉलेज के लिए ही निकला था। इसी दौरान हादसे का शिकार हो गया।
टूटी सड़क, टोल व रोडवेज स्टैंड का उठाया मुद्दा
घटना के बाद मृतक के परिजनों व ग्रामीणों ने एसके अस्पताल की मोर्चरी के बाहर धरना दिया। उन्होंने 50 लाख रुपए के मुआवजे की मांग करते हुए लोसल से सीकर तक टूटी सड़क व मूंडवाड़ा स्टैंड पर रोडवेज बस नहीं रुकने का मुद्दा उठाया। खस्ताहाल सड़क पर टोल का भी विरोध किया। बाद में देर शाम को प्रशासन ने आश्वासन देकर मामला शांत करवाया।