राजस्थान में गर्मी से पहली मौत! डाक्टर-परिजनों का दावा- अत्यधिक गर्मी व पानी की कमी से गई जान
Rajasthan Heat Havoc : राजस्थान में गर्मी से पहली मौत! सीकर-डीडवाना मार्ग मोरडूंगा तिराहे पर सड़क किनारे एक गड्ढे में एक व्यक्ति का शव मिलने से सनसनी फैल गई। डाक्टर और परिजनों का दावा है कि अत्यधिक गर्मी व पानी की कमी से जान गई।
Rajasthan Heat Havoc : राजस्थान में गर्मी से पहली मौत! सीकर के लोसल के नजदीकी गांव सिंगरावट में मंगलवार को सीकर-डीडवाना मार्ग मोरडूंगा तिराहे पर सड़क किनारे एक गड्ढे में एक अधेड़ व्यक्ति का शव मिलने से सनसनी फैल गई। मौके पर धोद थानाधिकारी राकेश मीणा मय जाप्ते के पहुंचे। शव को लोसल के उपजिला अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया। यहां पर परिजनों की मौजूदगी में मेडिकल बोर्ड से शव का पोस्टमार्टम करवाकर परिजनों के सुपुर्द कर दिया।
धोद थानाधिकारी राकेश मीणा ने बताया कि उनको फोन पर सुबह करीब 8 बजे शव की सूचना मिली थी। मृतक की पहचान पूर्ण पूरा गांव निवासी नेमाराम पुत्र रामूराम जांगिड़ (47 वर्ष) के रूप में हुई। मामले में मृतक के परिजनों ने रिपोर्ट दी है कि अत्यधिक गर्मी के चपेट में आने और प्यासा रहने के कारण नेमाराम की मौत हुई है। मामले में मृग रिपोर्ट दर्ज कर जांच पड़ताल की जा रही है।
नेमाराम की मौत गर्मी के चलती हुई, परिजनों ने धोद थाने में दी रिपोर्ट
परिजनों ने धोद थाने में रिपोर्ट दी है कि नेमाराम की मौत गर्मी के चलती हुई है। मृतक के भाई सुरजा राम ने बताया कि सोमवार सुबह किसी काम से घर से निकला था। शाम तक घर नहीं आने पर इधर-उधर तलाश की गई। मंगलवार सुबह कचरा बीनने वाले लोगों ने गड्ढे में नेमाराम के मृत अवस्था में पड़े होने की सूचना। इसके बाद मौके पर पहुंचे तो देखा कि नेमाराम का पूरा शरीर काला पड़ चुका था। नेमाराम की मौत अत्यधिक गर्मी की चपेट में आने और प्यासा रहने के कारण हुई है।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट और विसरा रिपोर्ट का इंतजार
परिजनों के दावे पर मृतक के शव का पोस्टमार्टम करने वाले मेडिकल बोर्ड में शामिल लोसल के उप जिला अस्पताल के चिकित्सक मुरलीधर यादव ने बताया कि मृतक के शव का पोस्टमार्टम कर विसरा सैंपल लिए हैं। अत्यधिक गर्मी में रहने के कारण व समय पर पानी नहीं पीने के चलते डिहाइड्रेशन होने से मौत हो सकती है, लेकिन मौत के कारणों का पोस्टमार्टम रिपोर्ट और विसरा रिपोर्ट आने के बाद ही पता चल पाएगा।