पुलिस ने बालक के विरोधाभाषी बयानों और चिकित्सक से चोटों के बारे में जानकारी जुटाई तो यह घटना झूठी पाई गई। थर्मल चौकी प्रभारी उपनिरीक्षक ओमप्रकाश मान ने बताया कि सूरतगढ थर्मल आवासीय कॉलोनी सीआईएसएफ आवासीय क्षेत्र के आर-4/ 541 के रहने वाले शख्स ने मामला दर्ज कराया था। इसमें बताया कि फिल्मी स्टाइल से एक अज्ञात शख्स ने उसके आठ वर्षीय बालक के हाथ पैर व मुंह पर टेप बांधा।
इसके बाद इस बालक से मारपीट कर चोरी की घटना की गई। जांच अधिकारी ने बताया कि इस मामले में जब पुलिस अनुसंधान किया गया तो यह घटना झूठी पाई गई है। पुलिस के अनुसार विगत एक फरवरी को परिवादी की ओर से दी गई रिपोर्ट में बताया था कि वह अपने निकट परिजन आठ वर्षीय बालक को घर पर छोड़कर सुबह करीब 11 बजे अपनी पत्नी को दिखाने सूरतगढ़ अस्पताल गया था। पीछे से एक अज्ञात व्यक्ति ने क्वार्टर की जाली काटकर अन्दर आया और सैलो टेप से बालक के हाथ पैर व बांधकर मुंह पर टैप लगा दी। इसके बाद उसकी पत्नी के पर्स मे रखे 2 हजार रुपए चोरी कर ले गया।
चोटों की रिपोर्ट और बयानों में हुआ विरोधाभास
एसआई ने बताया कि अबोध बालक के साथ मारपीट का होने की घटना को गंभीरता से लेते हुए त्वरित अनुसंधान में परिवादी की पत्नी व परिजनों से बयान व घटनास्थल के निरीक्षण में बालक के लगी खरोंचनुमा चोटों का मेडिकल मुआयना करवाया गया। बयानों में विरोधाभास होने पर जांच टीम ने चिकित्सक से बालक के लगी चोटों के बारे में जानकारी लेकर साक्ष्य जुटाए। ऐसे में चिकित्सक ने इस बालक के स्वयं से यह चोटें मारने की बात कही।
परिवादी ने खुद आकर बताई हकीकत
इस बीच, गुरुवार को परिवादी ने थाने में हाजिर होकर बताया कि बच्चे ने टीवी सीरियल देखकर स्वयं ही अपने शरीर पर चोट लगाकर पर्स से पैसे चुराए थे। चुराई गई राशि घर में रखे कपड़ों में ही मिल गई। परिजनों ने बताया कि वे बालक को अकेला घर छोड़कर चले गए थे। इससे बालक को ठेस पहुंची और उसने स्वयं ही गेट की जाली को काटकर, खुद शरीर पर चोट कारित कर अपने मुंह व हाथ-पैरों पर टेप लगा ली। इसके बाद बालक खुद ही घसीटता हुआ पड़ोसी के घर पहुंचा और मनगंढ़त घटना सुना दी।