मंदिर ट्रस्ट अध्यक्ष नंदकिशारे दीक्षित ने बताया कि महाशिवरात्रि त्योहार को लेकर मंदिर कमेटी और प्रशासन द्वारा तैयारियां की जा रही है। आज सोमवार को तेल का कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। मंगलवार को मंडप और बुधवार को भगवान भोलेनाथ और माता पार्वती का विवाह वैदिक रीति रिवाज के अनुसार किया जाएगा। भगवान भोलेनाथ के दर्शन के लिए दो लाइनो ंको बनाया जाएगा। एक लाइन से महिलाएं और दूसरे लाइन से पुरुषों को दर्शन कराए जाएंगे।
मंदिर कमेटी अध्यक्ष ने बताया कि भगवान भोलेनाथ मंदिर की सजावट के लिए फूल मालाएं ललितपुर और छतरपुर से मंगवाई गई है। भगवान भोलेनाथ और माता पार्वती को भी विशेष रूप से तैयार किया जाएगा। मंदिर के चारो ओर लाइटिंग व्यवस्था की सामग्री टीमकमगढ़ से मंगवाई गई है।
जमडार नदी के कुंड पर जाने के पहले तीन स्थानों पर बैरीगेट्स लगाए गए है। शाम होते ही कुंड की ओर लोगों का आवागमन कम किया जाएगा। यहां पर पुलिस व्यवस्था की जाएगी। कुंड में नाव की व्यवस्था की गई है। इसके साथ ही मंदिर मैदान में बारात निकाली जाएगी और सभी को दर्शन कराए जाएंगे। मेला मैदान की पार्किंग व्यवस्था की गई है।
बताया गया कि सोमवार २४ फरवरी को तेल, २५ फरवरी को मंडप और २६ फरवरी को विवाह कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। महाशिवरात्रि के दिन सुबह ब्रह्म मुहूर्त में भोलेनाथ का रुद्राभिषेक के बाद मंगला आरती की जाएगी। बुधवार की शाम 4:30 बजे से भोलेनाथ का सिंगार दूल्हे राजा के रूप में किया जाएगा। वैदिक रीति रिवाज अनुसार वेदाचार्य ब्राह्मणों द्वारा विधि विधान से टीका कार्यक्रम होगा। पूरी रात्रि विवाह कार्यक्रम टीका, चढ़ाव, भंवर, पैर पूजई, कुंवर कलेवा, बेला एवं अंत में विदाई के साथ विवाह कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा इसके साथ ही संस्कृति विभाग भोपाल मध्य प्रदेश द्वारा महादेव कायक्रम का आयोजन किया जाएगा।