आतिशबाजी से आग में जल जाता बीसलपुर-टोंक-उनियारा फिल्टर प्लांट, समय रहते आग काबू में
बीसलपुर-टोंक-उनियारा फिल्टर प्लांट में देर शाम लगी आग से हड़कंप मच गया। समय रहते आग पर काबू पाने से प्लांट में बड़ा हादसा टल गया। प्लांट को नुकसान होने पर 464 गांवों पर पेयजल संकट ख़ड़ा होने आशंका थी।
Bisalpur Plant: राजस्थान में टोंक जिले के राजमहल कस्बे में शुक्रवार रात देवली रोड पर बीसलपुर- टोंक- उनियारा पेयजल परियोजना के फिल्टर प्लांट में आग लगने से अफरा तफरी मच गई। आग की सूचना होते ही फिल्टर प्लांट के बाहर ग्रामीणों की भीड़ जमा हो गई। सूचना मिलने पर दूनी पुलिस मौके पर पहुंची। देवली से आई दमकल से दो घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पा लिया। समय रहते आग पर काबू पाने से प्लांट में बढ़ा हादसा होने से टल गया।
स्थानीय लोगों की मानें तो फिल्टर प्लांट परिसर के निकट ही शुक्रवार रात को शादी समारोह का आयोजन चल रहा था। तभी आतिशबाजी के दौरान पटाखें से निकली चिंगारी प्लांट परिसर के अंदर चली गई। जिसके कारण परिसर में सूखे पेड़ पौधों ने आग पकड़ ली। जिससे देखते ही देखते आग ने विकराल रूप ले लिया। भीषण आग के चलते शादी समारोह में भी सन्नाटा छा गया। लोगों की भीड़ घटनास्थल पर एकत्र हो गई। जिन्होंने पेड़ों की टहनियों व पानी के टेंकरो से आग बुझाने का प्रयास किया मगर आग बढ़ती चली गई। प्लांट के कार्मिकों की ओर से घटना की जानकारी दूनी पुलिस थाने में दी गई।
मशीनरी व पम्प हाउस सुरक्षित, टला हादसा
आग की घटना फिल्टर प्लांट, पम्प हाउस, फिल्टर सेंटर, कम्प्यूटर कक्ष से महज 500 मीटर की दूरी पर होने और समय रहते आग पर काबू पाने के कारण पम्प हाउस और मशीनरी को नुकसान नहीं हुआ। वहीं प्लांट के बाहर चार दिवारी होने से आग देवली सड़क मार्ग की बस्ती की ओर बढ़ने से टल गई। जल संसाधन विभाग ने प्लांट का ओएंडएम निजी कंपनी को दिया हुआ है।
464 गांवों को उपलब्ध हो रही जलापूर्ति
बीसलपुर-टोंक-उनियारा फिल्टर प्लांट से बीसलपुर बांध से टोंक, देवली और उनियारा जैसे कस्बों और आसपास के 464 गांवों में रोजाना पानी की आपूर्ति की जा रही है। आग से प्लांट को नुकसान होने पर इन गांवों पर पेयजल आपूर्ति का संकट खड़ा होने की आशंका थी। समय रहते आग पर काबू पाने से बड़ा हादसा टल गया।