वर्तमान में नगर में पेयजल आपूर्ति को लेकर पुरानी पाइप लाइन बिछी हुई है, जो जगह-जगह से जर्जर हो चुकी है। इसे लेकर नगरवासियों एवं जनप्रतिनिधियों की लगातार मांग के बाद केंद्र सरकार ने अमृत 2.0 मिशन के तहत सलूम्बर नगर को इसमें सम्मिलित करके नगरवासियों को बड़ी सौगात दी। इसे लेकर 5 करोड़ की वित्तीय स्वीकृति जारी कर निर्माण कार्य शुरू करने के लिए सम्बंधित एजेंसी ने आदेश भी जारी कर दिया है। बताया गया कि जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के निर्देशन में सलूम्बर नगर में पूर्व में बिछी प्रेशर पाइप लाइन जिसमें एस्बेस्टस सीमेंट पाइप को हटाकर नवीन उच्च घनत्व पॉलीइथिलीन(एचडीपीई) पाइप लाइन बिछाने का कार्य होगा। जिसमें एक उच्च जलाशय यानि पानी की टंकी का निर्माण होगा। बता दें कि केंद्र सरकार की पचास प्रतिशत, राज्य सरकार की पचास प्रतिशत सहित दोनों राशि को मिलाकर कुल 5 करोड़ राशि की वित्तीय स्वीकृति जारी हुई है।
3497 घरों को सीधा नल कनेक्शन से जोडेंगे
निर्माण कार्य के तहत नगर में उच्च घनत्व पॉलीइथिलीन(एचडीपीई) नवीन पाइप लाइन 26 हजार मीटर लाइन बिछाई जाएगी। जिसमें 3497 घरों को सीधा नल कनेक्शन से जोड़ा जाएगा। निर्माण एजेंसी की ओर से 4 करोड़ 76 लाख की राशि से पाइप लाइन का कार्य व उच्च जलाशय निर्माण होगा। जो 20 मीटर ऊंचाई पर बनेगी। शेष 24 लाख की राशि योजना को संचालित करने व 5 वर्ष तक रखरखाव के लिए होगी।
नवीन कॉलोनी को होगा फायदा
नवीन पाइप लाइन निर्माण कार्य से नगर के पूर्व उपभोक्ताओं के साथ साथ सेरिंग तालाब के आसपास क्षेत्र, एसबीआई बैंक के आसपास कॉलोनी, वृदावन कॉलोनी सहित संपर्क कॉलोनियों के करीब 19 हजार की जनसंख्या को शुद्ध पेयजल का लाभ मिलेगा। यह योजना करीब 30 वर्ष अर्थात 2055 तक की सुविधा को देखते हुए जारी की गई है। कार्य को लेकर जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग की ओर से कार्य निर्माण एजेंसी के नाम निविदा खुलने के बाद वर्क आर्डर जारी कर दिए है।
विभाग व नगरवासियों को राहत
नगर में बिछी पुरानी सीमेंट की प्रेशर पाइप लाइन से नगरवासियों को नल कनेक्शन दिए गए, लेकिन प्रेशर पाइप लाइन जगह-जगह जर्जर व टूटने से लोगों के मकानों की नींव में पानी उतरना, मकानों में दरारें पड़ना, पाइप लाइन फूटने से प्रेशर से सप्लाई नहीं होना, पेयजल सप्लाई से पूर्व व बाद में गंदा व प्रदूषित पानी जर्जर व टूटी लाइन से पुनः पाइप में पहुंचना और लोगों के नलों में गंदा पानी सप्लाई होना की समस्या आ रही है। जिससे नगरवासी परेशान होते रहते है। नवीन पाइप लाइन निर्माण के दौरान ऐसी सभी समस्याओं से अधिकारियों व नगरवासियों को राहत मिलेगी।
इनका कहना है..
सलूम्बर नगरीय क्षेत्र में 40 साल पुरानी पाइप लाइन होने से लंबे समय से पानी की किल्लत बनी हुई थी, विशेष रूप से बाहर के शहर में जलापूर्ति कम दबाव के कारण प्रभावित हो रही थी। विभाग के अधिकारियों की मेहनत से ये प्रोजेक्ट स्वीकृत हुआ है। अब शहर को नई पाइप लाइन ही नहीं, नई लाइफ लाइन मिल गई है। -धर्मेंद्र शर्मा, पार्षद, नगर परिषद, सलूम्बर अमृत 2.0 मिशन के तहत शहरी जल आपूर्ति योजना कार्य को लेकर 5 करोड़ की वित्तीय स्वीकृति जारी हुई है तथा विभाग की ओर से सम्बंधित एजेंसी को दो दिन पूर्व वर्क ऑर्डर भी जारी कर दिया है।
-प्रमोद कुमार, अधीक्षण अभियंता, जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग, सलूम्बर