बता दें कि शुक्रवार सुबह करीब 9 बजे कर्मचारी रूडेड़ा के हनुमान मंदिर क्षेत्र में पहुंचे और गांव के निवासी प्रकाश चंद्र के घर का पुराना मीटर हटाकर नया स्मार्ट मीटर लगाने की तैयारी करने लगे। जैसे ही यह खबर आसपास के लोगों को मिली, वहां पर ग्रामीणों की भीड़ इकट्ठा हो गई और उन्होंने मौके पर पहुंचकर जोरदार विरोध शुरू कर दिया।
वापस लौटने को किया मजबूर
ग्रामीणों ने कर्मचारियों से मीटर नहीं लगाने की बात स्पष्ट शब्दों में कही और उन्हें गांव से वापस लौटने को मजबूर कर दिया। ग्रामीणों ने कहा कि यह मीटर उनकी सहमति के बिना लगाए जा रहे हैं, जो पूरी तरह अनुचित है। लोगों ने मांग की है कि सरकार इस योजना को तुरंत वापस ले और पुराने मीटरों को ही चालू रखे।
विरोध प्रदर्शन के दौरान विद्युत निगम के कर्मचारी कुछ देर तक मौके पर खड़े रहे, लेकिन जब माहौल गर्माने लगा और भीड़ बढ़ती गई तो वे स्थिति को भांपते हुए गांव से निकल गए। ग्रामीणों ने कहा कि बरसात के मौसम में गांव की कई जगहों पर बिजली लाइनें टूटी पड़ी हैं, पोल झुके हुए हैं, लेकिन विभाग का कोई कर्मचारी उन्हें ठीक करने नहीं आता। लेकिन मीटर बदलने की जल्दी जरूर है।
पहले बिजली की टूटी लाइनों को दुरुस्त किया जाए, फिर कोई नई योजना लाई जाए। गांव के बुजुर्गों सहित महिलाओं और युवाओं ने भी विरोध में भाग लिया। चेतावनी दी कि अगर दोबारा स्मार्ट मीटर लगाने की कोशिश की गई, तो पूरे गांव में और भी बड़ा आंदोलन खड़ा किया जाएगा।