पाक के दुष्प्रचार के जवाब में भारतीय नेताओं की टीम की तरह पाकिस्तान करेगा नकल।
(फोटो क्रेडिट:ANI व पत्रिका)
Pakistan copying India: भारत के जम्मू और कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले (Pahalgam Terror Attack) के बाद पाकिस्तान की अंतरराष्ट्रीय छवि को गहरा धक्का लगा है, क्योंकि वैश्विक मंचों पर (International Reaction to Pakistan) पाकिस्तान के आतंकवाद को समर्थन (Pakistan Diplomatic Response)देने के आरोप अब खुल कर सामने आ चुके हैं। भारत ने इसके जवाब में ऑपरेशन सिंदूर (Operation Sindoor)की शुरुआत की, जो पाकिस्तान की ओर से प्रायोजित आतंकवाद पर ध्यान आकर्षित करने के लिए एक रणनीतिक सैन्य प्रतिक्रिया थी। अब पाकिस्तान अपने अंतरराष्ट्रीय कूटनीतिक प्रयासों को बचाने के लिए (India Pakistan Relations) भागा-भागा भारत के कदमों की नकल करने की कोशिश कर रहा है।
पाकिस्तान ने विदेश में प्रतिनिधिमंडल भेजने की घोषणा की
समाचार एजेंसी एएनआई ने बताया कि नई दिल्ली के हालिया कूटनीतिक कदमों को दोहराने का प्रयास करते हुए, पाकिस्तान ने अब “शांति” के लिए अपना मामला पेश करने के लिए विदेश में एक प्रतिनिधिमंडल भेजने की योजना की घोषणा की है। यह कदम भारत द्वारा अपने आतंकवाद विरोधी अभियान और सीमा पार आतंकवाद के खिलाफ देश के एकजुट रुख के बारे में वैश्विक नेताओं को जानकारी देने के लिए सात बहुपक्षीय प्रतिनिधिमंडलों के गठन के बाद उठाया गया है।
शरीफ ने बिलावल भुट्टो से प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करने के लिए कहा
एएनआई के अनुसार, पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (PPP) के अध्यक्ष बिलावल भुट्टो जरदारी ने शनिवार को कहा कि प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने उनसे पाकिस्तान की ओर से एक शांति प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करने के लिए कहा है। भुट्टो जरदारी ने एक फेसबुक पोस्ट में कहा, “आज सुबह प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने मुझसे संपर्क किया, जिन्होंने अनुरोध किया कि मैं अंतरराष्ट्रीय मंच पर शांति के लिए पाकिस्तान का मामला पेश करने के लिए एक प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करूं। मुझे यह जिम्मेदारी स्वीकार करने और इन चुनौतीपूर्ण समय में पाकिस्तान की सेवा करने के लिए प्रतिबद्ध रहने का सम्मान है।”
भारत ने प्रतिनिधिमंडल 3 देशों का दौरे के लिए भेजने का फैसला किया है
ध्यान रहे कि भारत सरकार ने अपने सांसदों के नेतृत्व में एक बहुपक्षीय प्रतिनिधिमंडल को 33 देशों का दौरा करने के लिए भेजने का फैसला लिया है और पाकिस्तान ने भी अपनी अंतरराष्ट्रीय छवि सुधारने के लिए एक कदम उठाया। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने पूर्व विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो को उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व सौंपा है, जो अंतरराष्ट्रीय मंचों पर पाकिस्तान का पक्ष प्रस्तुत करेगा। पाकिस्तान का यह कदम भारत की नकल करते हुए वैश्विक मंच पर शांति का संदेश देने की कोशिश है, ताकि उसकी अंतरराष्ट्रीय प्रतिष्ठा को थोड़ा सुधारा जा सके।
रिएक्शन और फॉलोअप : पाकिस्तान की अंतरराष्ट्रीय प्रतिष्ठा को नुकसान
भारत की ओर से ऑपरेशन सिंदूर और आतंकवाद विरोधी कदमों के बाद, पाकिस्तान की अंतरराष्ट्रीय प्रतिष्ठा को गंभीर नुकसान हुआ है। अब पाकिस्तान, भारत के कदमों की नकल करते हुए अपनी छवि सुधारने की कोशिश कर रहा है। बिलावल भुट्टो के नेतृत्व में पाकिस्तान का प्रतिनिधिमंडल कूटनीतिक चुनौतियों का सामना कर सकता है, क्योंकि उसे आतंकवाद के समर्थन के आरोपों का सामना करना पड़ सकता है।