ये ऐतिहासिक समझौते हमारे संबंध और मजबूत करेंगे
भारत और ब्रिटेन ने एक ऐतिहासिक मील के पत्थर के रूप में दोहरे योगदान के संकल्प के साथ-साथ एक महत्वाकांक्षी और पारस्परिक रूप से लाभकारी मुक्त व्यापार समझौता सफलतापूर्वक पूरा किया है। ये ऐतिहासिक समझौते हमारे संबंध और मजबूत करेंगे… नरेंद्र मोदी (@narendramodi) 6 मई, 2025
मोदी ने कीर स्टारमर से फोन पर बातचीत की
पहलगाम में आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान के साथ गतिरोध के बीच देश में मौजूद प्रधानमंत्री मोदी ने अपने ब्रिटेन के समकक्ष सर कीर स्टारमर से टेलीफोन पर बातचीत की और उन्हें भारत आने का निमंत्रण दिया। सरकार ने एक बयान में कहा कि प्रधानमंत्री स्टार्मर ने कहा है कि दुनिया भर की अर्थव्यवस्थाओं के साथ गठबंधन मजबूत करना और व्यापार बाधाएं कम करना, एक मजबूत और अधिक सुरक्षित अर्थव्यवस्था प्रदान करने के लिए परिवर्तन की उनकी योजना का हिस्सा है।
नागरिकों के समग्र कल्याण की दिशा में सुधार होने की उम्मीद
बयान में कहा गया है कि “माल और सेवाओं के व्यापार को कवर करने वाले एक संतुलित, न्यायसंगत और महत्वाकांक्षी एफटीए के समापन से द्विपक्षीय व्यापार में उल्लेखनीय वृद्धि, रोजगार के नए अवसर पैदा होने, जीवन स्तर में सुधार और दोनों देशों के नागरिकों के समग्र कल्याण की दिशा में सुधार होने की उम्मीद है।” यह दोनों देशों के लिए वैश्विक बाजारों के लिए उत्पादों और सेवाओं को संयुक्त रूप से विकसित करने की नई संभावनाओं के मार्ग भी खोलेगा।
जॉनसन के कार्यकाल से ही दोनों देश समझौते की दिशा में काम कर रहे
गौरतलब है कि दोनों देश पूर्व प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन के कार्यकाल से ही मुक्त व्यापार समझौते की दिशा में काम कर रहे हैं, लेकिन इस प्रक्रिया में समय लगा, क्योंकि अधिकारियों ने भारतीयों के लिए वीजा मुद्दों, कारों और स्कॉच व्हिस्की जैसे यूके के निर्यात के लिए टैरिफ और यूके के कार्बन बॉर्डर एडजस्टमेंट मैकेनिज्म या CABM – स्टील और उर्वरक जैसी कार्बन-गहन वस्तुओं पर कर सहित कई विवादास्पद बिंदुओं को सुलझाने का काम किया।