अमेरिका में शर्मसार हुआ भारत: बुज़ुर्गों को ठगने का ख़ुलासा, तीसरा भारतीय छात्र गिरफ़्तार
Indian students: अमेरिका में पढ़ाई के लिए पहुंचे कुछ भारतीय छात्रों की आपराधिक प्रवृत्ति अब अमेरिकी सुरक्षा एजेंसियों की निगाह में आ चुकी है। एक भारतीय छात्र (NRI News in Hindi) को संघीय एजेंट के रूप में पेश होने और 78 वर्षीय महिला को ठगने की कोशिश करने के आरोप में अमेरिका में गिरफ्तार (Indian […]
Indian students: अमेरिका में पढ़ाई के लिए पहुंचे कुछ भारतीय छात्रों की आपराधिक प्रवृत्ति अब अमेरिकी सुरक्षा एजेंसियों की निगाह में आ चुकी है। एक भारतीय छात्र (NRI News in Hindi) को संघीय एजेंट के रूप में पेश होने और 78 वर्षीय महिला को ठगने की कोशिश करने के आरोप में अमेरिका में गिरफ्तार (Indian student arrest) किया गया है। किशनकुमार सिंह वरिष्ठ नागरिकों को ठगने की कोशिश करने के आरोप में दो सप्ताह में अमेरिका में गिरफ्तार होने वाला तीसरा भारतीय छात्र है। इस बार मामला 21 वर्षीय किशन कुमार सिंह का है, जो ओहायो से छात्र वीज़ा पर अमेरिका आया था, लेकिन शिक्षा की राह छोड़ उसने धोखाधड़ी (Indian scam in America) का रास्ता अपनाया और ‘संघीय एजेंट’ (impersonating federal agent) बन कर एक 78 वर्षीय महिला को ठगने (elder fraud USA) की कोशिश की। अधिकारियों ने बताया कि किशनकुमार को उत्तरी कैरोलिना के गिलफोर्ड काउंटी से गिरफ्तार किया गया।
गिलफोर्ड काउंटी शेरिफ ऑफिस के मुताबिक, सिंह ने एक फर्जी पहचान के साथ बुजुर्ग महिला (senior citizen exploitation) को कॉल कर दावा किया कि उसके बैंक खाते से आपराधिक गतिविधियां जुड़ी हुई हैं। महिला को डरा कर नकदी निकालने और एक पैकेज के जरिए भेजने के लिए मजबूर किया गया। जैसे ही सिंह “संघीय एजेंट” के रूप में पैकेज लेने पहुंचा, पुलिस ने उसे रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया।
8.3 करोड़ रुपये के बॉन्ड पर जेल में बंद
सिंह को अब झूठे बहाने से संपत्ति हड़पने की कोशिश और बुजुर्गों के शोषण के गंभीर आरोपों का सामना करना पड़ रहा है। उसे गिलफोर्ड काउंटी डिटेंशन सेंटर में लगभग ₹8.3 करोड़ रुपये के बॉन्ड पर रखा गया है।
एफबीआई की चेतावनी और बढ़ती गिरफ्तारियां
एफबीआई ने हाल ही में चेतावनी जारी कर बताया कि फर्जी एजेंट बनकर बुजुर्गों को ठगने वाले गिरोह सक्रिय हैं, और कई मामलों में भारतीय छात्र शामिल पाए गए हैं। पिछले महीने दो अन्य भारतीय छात्र, महम्मदिलहम वाहोरा और हाजियाली वाहोरा को शिकागो में इसी तरह की साजिश के तहत गिरफ्तार किया गया। ध्यान रहे कि अप्रैल में हार्दिक पटेल नाम के भारतीय नागरिक को बुजुर्गों से 3.2 मिलियन डॉलर की ठगी के लिए 46 महीने की सजा सुनाई गई।
दो भारतीय छात्रों को गिरफ्तार किया गया था
गौरतलब है कि हाल ही में, छात्रों सहित कई भारतीय मूल के लोगों को वरिष्ठ नागरिकों को ठगने के आरोप में गिरफ्तार किया गया या जेल भेजा गया। पिछले महीने, दो भारतीय छात्रों को कथित तौर पर सरकारी एजेंट बनकर एक बुजुर्ग व्यक्ति से सोना और पैसे ऐंठने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। दोनों भारतीय नागरिक, महम्मदिलहम वाहोरा और हाजियाली वाहोरा, छात्र वीजा पर अमेरिका में थे और वे शिकागो के ईस्ट-वेस्ट विश्वविद्यालय में पढ़ रहे थे। उन पर जोखिम वाले व्यक्तियों के खिलाफ अपराध करने का आरोप लगाया गया था, जिसमें डकैती और चोरी के साथ-साथ अवैध निवेश से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग भी शामिल थे।
हार्दिक जयंतीलाल पटेल को 46 महीने की जेल की सजा सुनाई गई थी
अप्रैल के मध्य में, एक भारतीय नागरिक, हार्दिक जयंतीलाल पटेल को अमेरिका में वरिष्ठ नागरिकों, खासकर बुजुर्गों से 3.2 मिलियन डॉलर (लगभग 26 करोड़ रुपये) की ठगी करने के आरोप में 46 महीने की जेल की सजा सुनाई गई थी। एफबीआई ने बयान में कहा कि ये घोटाले आम तौर पर एक अप्रत्याशित फोन कॉल, टेक्स्ट या ईमेल से शुरू होते हैं।
विदेशों में भारतीय नागरिक और भारतीय छात्र
भारत के नागरिक और भारतीय मूल के लोग (NRI और PIO) लगभग 3.542 करोड़ भारतीय दुनिया भर में बसे हुए हैं। यह आंकड़ा नवंबर 2024 तक का है, जो भारतीय विदेश मंत्रालय की ओर से जारी किया गया है।
विदेशों में भारतीय छात्रों की संख्या
विदेशों में सन 2024 में, कुल 13,35,878 भारतीय छात्र उच्च शिक्षा प्राप्त कर रहे थे। यह संख्या 2023 की तुलना में मामूली वृद्धि दर्शाती है।
दुनिया के प्रमुख देशों में भारतीयों की संख्या
नीचे कुछ प्रमुख देशों में भारतीयों की अनुमानित संख्या दी गई है: