इन ताजा हमलों का ब्यौरा
27 जून: इज़रायल ने गाजा में मददगारों पर चंगुल का ऑर्डर जारी किया, तब से हमले तेज 28–30 जून: प्रत्येक दिन करीब 25 हवाई हमले 1 जुलाई: प्रतिदिन 30+ हमले जम्प तक आज: औसतन 25–30 हमले प्रति दिन, बारूदी हमले, ड्रोन स्ट्राइक शामिल
ये हमले मानवता के लिए जोखिम
हमलों में नागरिक इलाकों में भी भारी तबाही हुई-घरों, अस्पतालों और स्कूलों पर बमबारी की खबरें आई हैं। मरने वालों में बच्चे, महिलाएं और बुज़ुर्ग शामिल हैं, जिससे मानवीय संकट गहरा गया है। गाजा युद्ध को लेकर ट्रंप और नेतन्याहू की बातचीत के बाद सोशल मीडिया पर तीखी प्रतिक्रियाएं देखने को मिली हैं।
ट्रंप की पोस्ट “शांति की कोशिश” से ज्यादा एक राजनीतिक सौदेबाज़ी
राजनीतिक विश्लेषकों ने ट्रंप की पोस्ट को “शांति की कोशिश” से ज्यादा एक राजनीतिक सौदेबाज़ी बताया है। नेतन्याहू के समर्थकों को उम्मीद है कि इससे उन्हें मुकदमे में राहत मिल सकती है, जबकि विरोधी इसे कानूनी प्रक्रिया में हस्तक्षेप मान रहे हैं।
अब सवाल यह कि क्या ऐसे युद्धविराम होगा ?
अब सबकी निगाहें इस बात पर टिकी हैं कि क्या वाकई दो हफ्तों में युद्धविराम होगा, जैसा ट्रंप ने दावा किया है। अगले कुछ दिनों में काहिरा वार्ता की दिशा और ट्रंप-नेतन्याहू के बीच होने वाले संभावित समझौते पर ज्यादा स्पष्टता आएगी। साथ ही यह भी देखना होगा कि इज़रायली पब्लिक और विपक्ष इस प्रस्तावित सौदे को कैसे देखता है – शांति की जीत या राजनीति का समझौता ? राजनीति बनाम न्याय – क्या नेतन्याहू की मुकदमे से राहत के लिए युद्धविराम ? बंधकों की रिहाई का सौदा – रिपोर्टों में संकेत हैं कि सौदे में बंधकों की वापसी भी शामिल है।
ईरान फैक्टर – ट्रंप द्वारा ईरान पर हमला और उसके बाद शांति प्रयास – क्या यह चुनावी रणनीति है? अब्राहम समझौते का विस्तार – यह पहल मध्य-पूर्व में नई राजनीतिक धुरी बना सकती है।
एक बड़ी कूटनीतिक कोशिश सामने आई, उम्मीद जागी, लेकिन नतीजा….
ध्यान रहे कि गाजा पट्टी में लंबे समय से जारी इजरायल-हमास युद्ध को खत्म करने की एक बड़ी कूटनीतिक कोशिश सामने आई तो खुशी की उम्मीद जागी थी। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के बीच फोन पर बातचीत हुई थी तो उसमें युद्धविराम को लेकर सहमति बनी थी। दोनों नेताओं ने अगले दो हफ्तों में गाजा में जंग खत्म करने की योजना पर चर्चा की थी ट्रंप ने अपनी सोशल मीडिया पोस्ट में इजरायल सरकार से युद्ध रोकने और नेतन्याहू के खिलाफ मुकदमे को बंद करने की भी मांग की थी। यह बातचीत अब्राहम समझौते को आगे बढ़ाने और क्षेत्र में स्थायी शांति स्थापित करने की रणनीति का हिस्सा मानी जा रही है।