4 दिन के सैन्य तनाव का किया जिक्र
शरीफ ने चार दिनों तक चले हालिया सैन्य तनाव का भी जिक्र किया और दावा किया कि भारतीय हमलों में 55 पाकिस्तानी नागरिकों की मौत हुई। हालांकि, उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ने इसका पूरी ताकत से जवाब दिया और अपनी संप्रभुता की रक्षा की।
भारत ने किया था ‘ऑपरेशन सिंदूर’
यह बयान ऐसे समय में आया है जब भारत ने 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत बड़ी सैन्य कार्रवाई की थी। उस आतंकी हमले में 26 निर्दोष नागरिकों की मौत हुई थी, जिसकी जिम्मेदारी लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े संगठन ‘द रेजिस्टेंस फ्रंट’ ने ली थी।
भारत ने नौ आतंकी ठिकानों को किया ध्वस्त
7 मई को भारतीय सेना ने पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में नौ आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया। इनमें जैश-ए-मोहम्मद का गढ़ बहावलपुर और कई अन्य ठिकाने शामिल थे। इसके बाद से भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव और बढ़ गया था।
सेना प्रमुख आसिम मुनीर को राष्ट्रपति बनाने की अटकलों पर भी जवाब
प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने उन खबरों को भी सिरे से खारिज कर दिया जिसमें कहा जा रहा था कि पाकिस्तान के राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी को हटाकर सेना प्रमुख फील्ड मार्शल आसिम मुनीर को राष्ट्रपति बनाए जाने की योजना है। शरीफ ने पाकिस्तानी अखबार The News से बातचीत में कहा, फील्ड मार्शल आसिम मुनीर ने कभी राष्ट्रपति बनने की इच्छा व्यक्त नहीं की है और न ही ऐसी कोई योजना है। ये सिर्फ अटकलें हैं। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि उनके, राष्ट्रपति जरदारी और सेना प्रमुख मुनीर के बीच संबंध सम्मान और भरोसे पर आधारित हैं और कोई राजनीतिक संकट नहीं है।
दुष्प्रचार के पीछे विदेशी हाथ: गृह मंत्री नकवी
पाकिस्तान के गृह मंत्री मोसिन नकवी ने भी सोशल मीडिया पोस्ट कर कहा कि इस तरह की अफवाहें विदेशी दुश्मन एजेंसियों द्वारा फैलाई जा रही हैं। नकवी ने लिखा, जो लोग इस झूठे नैरेटिव को हवा दे रहे हैं, वे विदेशी दुश्मन एजेंसियों के साथ मिलकर पाकिस्तान को अस्थिर करना चाहते हैं। लेकिन हम पाकिस्तान को मजबूत करने के लिए जरूरी कदम उठाते रहेंगे। गौरतलब है कि फील्ड मार्शल आसिम मुनीर को 2022 में पाकिस्तान का सेना प्रमुख नियुक्त किया गया था और उनका कार्यकाल तीन साल से बढ़ाकर पांच साल कर दिया गया है। वर्तमान में पाकिस्तान में बढ़ते आर्थिक संकट और राजनीतिक अस्थिरता के बीच ऐसी अफवाहें तेजी से फैल रही थीं, जिन्हें शहबाज शरीफ ने अब सिरे से खारिज कर दिया है।