तुर्की के राष्ट्रपति एर्दोगन के दौरे में हुई खरीद की पेशकश
तुर्की के राष्ट्रपति और खुद को खलीफा कहने वाले रेसेप तैयप एर्दोगन ने हाल ही में तब पाकिस्तान का दौरा किया था, जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात करने अमेरिका गए हुए थे। एर्दोगन ने इस्लामाबाद में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज़ शरीफ से द्विपक्षीय बैठक की थी, जिसमें तुर्की ने पाकिस्तान स्टील्थ फाइटर जेट को बेचने की पेशकश भी की थी, इधर पाकिस्तान ने चीन के पांचवी पीढ़ी के स्टील्थ फाइटर जेट J-35 खरीदने का ऐलान कर दिया है।
क्या है KAAN की खासियत?
तुर्की का स्टील्थ फाइटर जेट KAAN इस मुल्क का पहला स्वदेशी 5वीं पीढ़ी का लड़ाकू विमान है। इसे तुर्की एयरोस्पेस इंडस्ट्रीज़ (TAI) ने विकसित किया है। 2024 में इसने पहली उड़ान भरी थी। इसमें दो इंजन (General Electric F110) हैं, जिससे ये ज्यादा तेज गति और थ्रस्ट देने में सक्षम है। ज्यादा से ज्यादा इसकी स्पीड 1.8+ मैक हो सकती है। इसकी लागत लगभग $100 मिलियन प्रति यूनिट है।
चीन का स्टील्थ फाइटर जेट J-35 कितना ताकतवर?
वहीं चीन का स्टील्थ फाइटर जेट J-35 जिसे पाकिस्तान खरीदने वाला है, वो भी पांचवी पीढ़ी का फाइटर जेट है। इसे चीन की नौसेना के लिए डिज़ाइन किया गया है और इसे भविष्य में चीन के एयरक्राफ्ट कैरियर पर तैनात किया जा सकता है। इसकी तुलना अक्सर अमेरिका के F-35B/C और तुर्की के KAAN से की जाती है। इसे इस तरह से डिजाइन किया गया है कि ताकि ये रडार की पकड़ में न आए। इसका डिज़ाइन अमेरिकी F-35 और F-22 की तरह दिखता है, लेकिन ये चीन की खुद की विकसित स्टील्थ तकनीक पर आधारित है।
देश में कंगाली, कैसे विमान खरीदेगा पाकिस्तान?
वहीं अब जानकारों का कहना है कि भारत और अमेरिका की डील को देखते हुए पाकिस्तान चीन और तुर्की दोनों से स्टील्थ फाइटर जेट को खरीदने की योजना बना सकता है। क्योंकि अमेरिका का स्टील्थ फाइटर जेट F-35 चीन और तुर्की के जेट्स से कहीं ज्यादा आधुनिक और उन्नत हैं। हालांकि पाकिस्तान का दोनों देशों से इतने महंगे स्टील्थ फाइटर जेट्स का खरीदना मुश्किल दिखाई दे रहा है। क्योंकि पाकिस्तान अभी काफी बड़े कर्जे में फंसा हुआ है। IMF की तरफ से उसे फंडिंग की स्वीकृति मिली है। अब पाकिस्तान उस फंडिंग से अपने मुल्क का पेट भरता है या फिर स्टील्थ फाइटर जेट खरीदता है ये देखने वाली बात होगी। दरअसल तुर्की स्टील्थ फाइटर जेट विकसित कर रहा है और चीन के पास स्टील्थ फाइटर जेट है। दुनिया में सिर्फ 3 देश ऐसे हैं जिनके पास स्टील्थ फाइटर जेट हैं और वो हैं अमेरिका, चीन और रूस।