◙ ऐसा दूसरा मौका
शरीफ ने अज़रबैजान के लाचिन में पाकिस्तान-तुर्की-अज़रबैजान त्रिपक्षीय समिट में पीएम मोदी से बातचीत की इच्छा जताई। हालांकि यह पहला मौका नहीं है जब शरीफ ने पीएम मोदी से बातचीत को ज़रूरी बताया। सोमवार को ईरान दौरे पर भी शरीफ ने पीएम मोदी से बातचीत की इच्छा जताई थी।
◙ बातचीत के ज़रिए अहम मुद्दों को सुलझाना चाहते हैं शरीफ
शरीफ कश्मीर, आतंकवाद और सिंधु जल समझौते पर पीएम मोदी से वार्ता करना चाहते हैं। पाकिस्तानी पीएम का मानना है कि इन तीनों मुद्दों को सुलझाने के लिए पीएम मोदी से बातचीत ज़रूरी है। हालांकि पीएम मोदी पहले ही साफ कर चुके हैं पाकिस्तान से सिर्फ पीओके को वापस लेने और आतंकवाद के खात्मे पर ही बातचीत की जाएगी।
◙ भारत के साथ फिर व्यापार शुरू करना चाहते हैं शरीफ
शरीफ, पीएम मोदी के साथ सिर्फ बातचीत ही नहीं, बल्कि एक बार फिर व्यापार भी शुरू करना चाहते हैं। शरीफ ने दोनों देशों के बीच व्यापार को अहम बताया । आपकी जानकारी के लिए बता दें कि दोनों देशों के बीच पिछले कुछ साल में सिर्फ मामूली व्यापार ही होता था, लेकिन पहलगाम आतंकी हमले (Pahalgam Terrorist Attack) के बाद भारत ने पाकिस्तान से हर तरह के व्यापार पर रोक लगा दी थी।
◙ क्या पाकिस्तान की अक्ल आई ठिकाने?
अचानक से पाकिस्तान के सुर बदल गए हैं। आतंकवाद के मुद्दे ओर भारत को दुनियाभर से समर्थन मिल रहा है। भारत के ‘ऑपरेशन सिंदूर’ (Operation Sindoor) के कारण पाकिस्तान को काफी नुकसान हुआ है। भारत की एयरस्ट्राइक्स में पाकिस्तान के कई आतंकी और सैन्य ठिकाने तबाह हो गए हैं। 160 से ज़्यादा लोग मारे गए हैं, जिनमें 100 से ज़्यादा आतंकी और करीब 40 सैनिक हैं। भारत के हमलों को रोक पाने में नाकाम रहे पाकिस्तान के कमज़ोर एयर डिफेंस की भी पोल खुल गई और भारत पर किए हमलों के नाकाम होने से उसके तुर्की-चीन से मिले हथियारों की नाकामी का सच भी सामने आ गया है। भारत की तरफ से ‘सिंधु जल समझौता’ रद्द करने से पाकिस्तान में पानी की समस्या भी पैदा हो गई है। इस समझौते के रद्द होने से पाकिस्तान में खेती को काफी नुकसान होगा। साथ ही पीने के पानी की भी कमी होगी। ऐसे में यह कहना गलत नहीं होगा कि पाकिस्तान की अक्ल ठिकाने पर आ गई है।