जयपुर के ज्योतिषी डॉ. अनीष व्यास के अनुसार मकर संक्रांति पर्व पिता और पुत्र की आपसी मतभेद को दूर करने और अच्छे संबंध स्थापित करने की सीख देता है। इस दिन कुछ आसान उपाय कुंडली में अनिष्ट ग्रहों के दोष में राहत देता है। आइये जानते हैं मकर संक्रांति के उपाय
मकर संक्रांति के 10 उपाय (10 remedies on Makar Sankranti)
1.डॉ अनीष व्यास के अनुसार सूर्य के मकर राशि में आने पर शनि से संबंधित वस्तुओं के दान और सेवन से सूर्य के साथ शनिदेव की कृपा प्राप्त होती है। इसके प्रभाव से कुंडली में उत्पन्न अनिष्ट ग्रहों के प्रकोप से लाभ मिलता है। 2. मकर संक्रांति के दिन खिचड़ी खाने और दान करने से व्यक्ति को सकारात्मक और शुभ फल मिलते हैं। इससे शनि की कृपा मिलती है। 3. मकर संक्रांति के दिन गंगा और यमुना जैसी पवित्र नदियों में स्नान और दान करने से व्यक्ति को मोक्ष की प्राप्ति होती है। मकर संक्रांति पर्व के दिन तिल-गुड़ और खिचड़ी खाना शुभ होता है।
4. देश के कुछ राज्यों में यह भी मान्यता है कि चावल, दाल और खिचड़ी का दान करने से पुण्यफल मिलता है।
5. सूर्योदय के बाद खिचड़ी आदि बनाकर खिचड़ी, तिल के गुड़ वाले लड्डू सूर्य देव और
इष्ट देव को भोग लगाने के बाद दान करने से व्यक्ति को शुभफल मिलते हैं। इससे घर में धन धान्य में वृद्धि होती है।
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7. मकर संक्रांति के दिन माघ माहात्म्य का पाठ और सूर्य उपासना कल्याण कारी होती है। इस दिन सूर्य को जल अवश्य अर्पित करना चाहिए। इससे भगवान सूर्य और जगत पालक विष्णुजी की कृपा मिलती है।
8. मकर संक्रांति पर सूर्य देव को अर्घ्य देने के बाद मुख्य द्वार को जल से धोकर हल्दी की 5 गांठ कलावे में लपेटकर बांध दें। मान्यता है कि इससे घर में मौजूद नकारात्मक ऊर्जा दूर होगी।
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10. मकर संक्रांति के दिन गंगा स्नान करने से ग्रह दोष तो सफेद तिल को जल में मिलाकर पीपल के पेड़ की जड़ में अर्पित करनेसे पितृ दोष शांत होता है।