ओपीडी के हाल बेहालरेडक्रॉस के सामने आउट डोर पेशेंट्स विभाग (ओपीडी) के दोनों प्रवेश द्वारों से लेकर हॉल के बाहर पोर्च तक वाहनों की रेलमपेल नजर आती है। ओपीडी की पार्किंग में संचालक सिर्फ रसीद काटता है। वाहनों की बेतरतीब पार्किंग से उसे कोई लेना देना नहीं है।
दिव्यांग व वरिष्ठजन परेशान रिसेप्शन के पास बने प्रवेश द्वार से पहले दोनों ओर रेंप बना रखे हैं जिससे के दिव्यांंग या वरिष्ठजन या व्हील चेयर से आने वाले मरीज को दिक्कत ना हो। हद तो यह हो गई कि लोगाें ने अपने वाहन यहां भी खड़े करने शुरू कर दिए, जिससे आवाजाही बाधित हो रही है।
कार्मिकों के भी वाहन खड़े होते हैं परेशानी तो यह है कि अस्पताल के स्टाफ व कर्मचारी, चिकित्सकों, नर्सिंग स्टाफ, प्रशासनिक व तकनीकी कार्मिकों के वाहन भी यहां खड़े कर दिए जाते हैं।
मरीजों के लाने वाले वाहन फंसते हैं कई बार गंभीर रोग से पीडित मरीज व चलने फिरने में अक्षम मरीजों को टेंपो या कार में लाते हैं। तब उनके वाहन भी यहां फंस जाते हैं। ऐसे में इमरजेंसी में मरीज को प्राथमिक चिकित्सा मिलने में देरी हो जाती है। जिससे कई विषमता पैदा हो सकती हैं।