यह बोले तहसीलदारतहसीलदार व मेला मजिस्ट्रेट मदन जाट ने बताया कि मंदिर परिसर में सफाई की अव्यवस्था को लेकर मंदिर के पंडों से कई बार कहा, लेकिन सफाई नहीं कराई गई। इसके अलावा भीड़ में जेबकतरे सक्रिय रहते हैं। इसलिए मैंने वहां चढ़ावे में आ रही राशि को दानपात्र में रखवा दिया। इस पर वहां मौजूद पंडों ने नारे लगाते हुए पूजा-अर्चना व प्रसाद चढ़ाने का काम छोड़ दिया। मैंने मेले ड्यूटी में तैनात नायब तहसीलदार व अन्य कार्मिकों को ड्यूटी पर लगा दिया। कार्य शांतिपूर्ण चल रहा था कि थानाधिकारी व कुछ पुलिसकर्मियों ने वहां ड्यूटी कर पटवारी व गिरदावरों पर हमला कर दिया और मेला मजिस्ट्रेट के बराबर मना करने के बाबजूद भी ड्यूटीरत कार्मिकों से अभद्र व्यवहार व मारपीट की गई। इसके विरोध में व दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर सभी गिरदावरों, पटवारियों ने धरना-प्रदर्शन किया और कलक्टर को ज्ञापन सौंपा।
यह दी मंदिर महंत ने रिपोर्टइधर मंदिर महंत तोताराम शर्मा पुत्र रेवड़राम शर्मा व समस्त ट्रस्टी ने बहतूकला थाने में रिपोर्ट दी कि 18 अप्रेल से शुरू हुए मेले में मेला मजिस्ट्रेट व अन्य कार्मिकों ने व्यवस्था के नाम पर हमें परेशान कर रखा है। रोज-रोज व्यवधान के चलते मेला महोत्सव में श्रद्धालुओं को भारी परेशानी हो रही है। 21 अप्रेल की शाम मेला मजिस्ट्रेट व अन्य कार्मिकों ने पंडा-पुजारियों को अपशब्द कहे और बेइज्जत कर जबरदस्ती मंदिर से बाहर निकाल दिया। रात सात बजे से 10 बजे तक मंदिर में भोग प्रसादी भी नहीं लगाने दिया। व्यवस्था खराब होने पर पुलिस की ओर से तहसीलदार को अवगत कराया गया। इस पर उन्होंने पुलिस के साथ भी अभद्रता की। मंदिर की व्यवस्था पटवारियों से कराने की बात कही और जबरदस्ती चढ़ावे की राशि हमसे छीन कर दानपात्र में डाल दी।
जांच की जा रही हैमेले में रात्रि के दौरान श्रद्धालुओं की जबरदस्त भीड़ रहती है और रात को सात से 10 बजे तक भारी भीड़ होने के कारण अव्यवस्था हो रही थी। भीड़ होने के कारण आमजन बाहर तक फंस रहा था। ऐसे में मेले में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए पटवारियों को बाहर निकाला गया। मौके पर अशांति फैलाने के लिए दो व्यक्तियों को शांतिभंग में गिरफ्तार किया गया। पंडों की ओर से दिए परिवाद की जांच जारी है।संजय शर्मा, थानाधिकारी बहतूकला।