अख्तर खान का मूल गांव रामगढ़ का चिड़वाई सिरमौरअख्तर खान का मूल गांव रामगढ़ का चिड़वाई सिरमौर है। वही का आधार तथा राशन कार्ड है, जो कोई लाभ नहीं मिलता है। अख्तर परिवार को पालने के लिए मजदूरी की तलाश में मालाखेड़ा के दादर क्षेत्र में रहकर अपना जीवन-यापन कर रहा है। बालक की माता ने बताया कि उसका परिवार निर्धन है। पति मजदूरी करते हैं। उससे गुजारा होता है। परिवार 5 साल से दादर ग्राम पंचायत क्षेत्र में निवास कर रहा है, लेकिन उसका यहां राशन कार्ड नहीं बना है। यह भूमि और भवनहीन है। रिश्तेदारों ने उसके लिए एक आशियाना खड़ा किया है। उसमें वह निवास करता है।
………………उपचार में सहयोग किया जाएगा।पेट्रोल की तीव्र गंध शरीर के फेफड़े पर सीधा असर डालती है। इससे लीवर भी संक्रमित होता है। बालक का उपचार जरूरी है। अस्पताल में आकर उनके परिवार के लोग संपर्क करेंगे तो उपचार में सहयोग प्रदान किया जाएगा।
लोकेश मीणा ब्लॉक मुख्य चिकित्सा अधिकारी, मालाखेड़ा।