शहर में संचालित केंद्रों की संख्या 158 है। ये केंद्र गली-मोहल्लों और कच्ची बस्तियों में संचालित हो रहे हैं। इन केंद्रों पर मानदेयकर्मी महिलाओं को लगाया गया है, लेकिन केंद्रों पर की जाने वाली गतिविधियों की निगरानी को लेकर उदासीनता बरती जा रही हैं। निगरानी के लिए ब्लॉक व सेक्टर बनाए हुए हैं, लेकिन महिला सुपरवाइजर व कार्यकर्ता, सहायिका की मिलीभगत के चलते निगरानी के नाम पर खानापूर्ति ही हो रही है।
आंगनबाड़ी केंद्रों पर कार्यकर्ता व सहायिका के रिक्त पदों को भरने के लिए अगले महीने रिक्तियां निकाली जाएंगी। वहीं अलवर से तीन सीडीपीओ को जैसलमेर, बाड़मेर भेजा गया है। महिला सुपरवाइजरों को मॉनिटङ्क्षरग के निर्देश दिए हुए हैं।
महेश गुप्ता, उपनिदेशक, महिला एवं बाल विकास विभाग, अलवर।